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इंदौर

परीक्षा परिणाम को लेकर विवाद, 100 अंक का पेपर, 60 अंक मानकर जांची कापियां

  • 20 Oct 2023

इंदौर। मास्टर आफ जर्नलिज्म (एमजे) की परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी की बात सामने आई है। जहां कापियों को कम पूर्णांक के आधार पर जांचना बताया है। यह आरोप पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों ने लगाया है। मामले में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के अधिकारियों को शिकायत की गई है।
विद्यार्थियों के मुताबिक, मूल्यांकन और अंकसूची में अलग-अलग पूर्णांक दशार्एं है। इसके आधार पर पाठ्यक्रम की पढ़ाई करने वाले आधे विद्यार्थियों को कम अंक आए है। पचास फीसद छात्र-छात्राएं फेल हो चुके हैं। फिलहाल विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों की समस्या का निराकरण नहीं किया है। यहां तक कि शिकायत पर भी जांच कर स्थिति स्पष्ट नहीं की है।
दरअसल जुलाई-अगस्त के बीच विश्वविद्यालय ने एक वर्षीय एमजे की परीक्षा करवाई, जिसमें 44 छात्र-छात्राएं शामिल हुए। परीक्षा में 100-100 अंक के प्रश्न-पत्र रखे गए थे। विद्यार्थियों ने जवाब भी उसके आधार पर दिए। 3 अक्टूबर को विश्वविद्यालय प्रशासन ने रिजल्ट घोषित किया है। मगर 22 छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण हुए है। सिर्फ दो विद्यार्थी फर्स्ट डिजीवन अंकों से पास हो पाए है, जबकि ज्यादातर छात्र-छात्राएं द्वितीय व तृतीय श्रेणी में पास हुए है। खराब रिजल्ट आने से फेल विद्यार्थियों ने रिव्यू का आवेदन किया।
प्रत्येक प्रश्न के सही जवाब पर कम अंक दिए
ये सारे मीडिया रिसर्च और एनालिसिस नेशनल व इंटरनेशनल इशू विषय में हुए है। 10 अक्टूबर को इन्होंने मूल्यांकन केंद्र जाकर कापियां देखी। जहां उत्तर पुस्तिका का मुख्य पृष्ठ पर पूर्णांक अंक 60 दर्शाए गए। उसके आधार पर विद्यार्थियों का मूल्यांकन किया गया है। प्रत्येक प्रश्न के सही जवाब पर कम अंक दिए है। ऐसा दोनों विषय की उत्तर पुस्तिका भी दिखा है। कापियां भी एक ही मूल्यांकनकर्ता ने जांची है।
कापियां देखने के बाद छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालय की छात्र सुनवाई में अधिकारियों को शिकायत की है। विद्यार्थियों ने कहा कि कापियों जांचने के दौरान 60 और अंकसूची में 100 पूर्णांक में से नंबर दिए है। कापियां कम पूर्णांक मानकर जांचने से विद्यार्थी फेल हुए है। मामले में अधिकारियों ने सप्ताहभर में जांचने का आश्वासन दिया। परीक्षा नियंत्रक डा. अशेष तिवारी का कहना है कि विद्यार्थियों की शिकायत मिली है। इसके बारे में मूल्यांकन केंद्र से विद्यार्थियों की कापियां मांगवाई है। हालांकि यह विषय परीक्षा समिति के सामने रखा जाएगा।