पहले डोज के दिन पूरे होने के बाद भी सेंटर नहीं पहुंच रहे
इंदौर। वैक्सीनेशन महाभियान में भी देश में अपना परचम लहराने वाला इंदौर अब पहले डोज के लक्ष्य से मात्र 11 फीसदी दूर है। हालांकि यह लक्ष्य 31 जुलाई तक पूरा किया जाना था लेकिन इस बीच वैक्सीन की कमी के चलते यह धीरे-धीरे कर 89 फीसदी तक पहुंच गया। संभावना व्यक्त की गई है कि 15 अगस्त तक पहले डोज का लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा लेकिन अभी उम्मीद कम है। दरअसल, अभी 2.30 लाख लोग ऐसे हैं जिन्हें पहला डोज लगकर दूसरे डोज की अवधि भी निकल चुकी है। ऐसे में इन्हें दूसरा डोज लगाना भी जरूरी हो गया है। खास बात यह कि इनमें कई लोग तो ऐसे हैं जो पहले डोज लगने के बाद उसे सुरक्षा कवच मान बैठे हैं और दूसरे डोज लेतलाली कर रहे हैं।
16 जनवरी 2021 को देशव्यापी वैक्सीनेशन शुरू किया गया था। इनमें इंदौर के 28 लाख पात्र लोगों वैक्सीन लगाए जाने हैं। इसके चलते पहले हेल्थ वर्कर्स, फिर फ्रंट लाइन वर्कर्स, फिर 60 वर्ष से ऊपर, फिर 45 वर्ष से ऊपर, इसके बाद 18 से 45 वर्ष के लोगों को वैक्सीन लगना शुरू हुई। मौजूदा स्थिति में 28 लाख पात्र लोगों में से 24.61 से ज्यादा लोगों (89 फीसदी) को पहला डोज व 6.19 लाख से ज्यादा लोगों (25 फीसदी) को दोनों डोज लग चुके हैं। ऐसे में दूसरा डोज अभी बहुत कम हुआ है। इसके पीछे अलग-अलग कारण सामने आ रहे हैं। बहरहाल, 2.30 लाख लोग ऐसे हैं जिनके कोविशीस्ड के पहले डोज लगने के बाद की 84 दिनों की अवधि व कोवैक्सीन के पहले डोज लगने के बाद की 28 दिनों की अवधि खत्म हो चुकी है। कई लोग तो ऐसे हैं जिन्हें इस अ?वधि बीतने के बाद भी एक-डेढ़ माह हो गया है लेकिन उन्हें दूसरा डोज नहीं लगा है। इसके पीछे कई कारण सामने आए हैं।
इंदौर
पहले डोज को कवच मान दूसरे डोज लगवाने में कर रहे लापरवाही
- 06 Aug 2021