रतलाम जिला मलेरिया अधिकारी, उनके दोस्तों के साथ फ्रॉड
इंदौर। इंदौर में फ्लैट दिलाने के नाम पर रतलाम के जिला मलेरिया अधिकारी समेत उनके कुछ डॉक्टर दोस्तों के साथ 60 लाख रुपए की धोखाधड़ी हो गई। ना तो फ्लैट मिला और किस्तों में फ्लैट के लिए जो रुपए दिए वह भी नहीं मिले। धोखाधड़ी करने वाले ने रतलाम के जिला अस्पताल के तत्कालीन सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे के निवास पर रतलाम के डॉक्टरों से मुलाकात की थी। यहां तक खुद को तत्कालीन सीएमएचओ को अपना रिश्तेदार बताया।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. प्रमोद प्रजापति (37) पिता रामखीलावन प्रजापति निवासी डीआरपी लाईन ऑफिसर कालोनी रतलाम व डॉ. गौरव बोरिवाल, सुनील पांचाल, डॉ. सीपी जोशी, धर्मेंद्र चौहान, विवेक जैन, तरुण कसेरा, विनय पासवान आदि लोगों ने रतलाम थाना स्टेशन रोड पर शिकायत की। शिकायत की जांच के बाद डॉ. प्रमोद प्रजापति की रिपोर्ट पर धोखाधड़ी करने के मामले में अविनाश राव निवासी रतलाम जावरा फाटक एवं अस्थाई निवासी अखंड नगर 60 फीट रोड इंदौर के खिलाफ रतलाम स्टेशन रोड पुलिस थाना ने धारा 420, 406 भादवि में केस दर्ज किया।
नगर निगम इंदौर का दिया फर्जी पत्र
डॉ. गौरव बोरीवाल और सुनील पांचाल के वाट्सएप पर अविनाश राव द्वारा एक पत्र भेजा। जो कार्यालय आयुक्त नगर निगम इंदौर का था। जिसमें 24 अप्रैल 2024 को नगर निगम इंदौर में आवास के दस्तावेज संबंधी प्रक्रिया पूर्ण करने के लिए पहचान पत्र के साथ उपस्थित होना था। पत्र को लेकर 24 अप्रैल 2024 को नगर निगम इंदौर में सुनील पांचाल गए। कार्यालय में पत्र को दिखाया। पत्र को आवक जावक से मिलान किया तो पत्र फर्जी बताया। सुनील जोशी ने इस बात की जानकारी डॉ. प्रजापति व सारे दोस्तों को फोन से दी। बाद में पता चला कि अविनाश राव ने डॉ. प्रजापति व उनके सभी दोस्तों को दिए गए कागज, दस्तावेज जो उसने मोबाइल पर भेजे थे, वह सारे दस्तावेज नकली और फर्जी पाए गए। जिनका नगरीय प्रशासन से कोई लेना-देना नहीं था। इसके बाद से अविनाश राव से लगातार संपर्क संपर्क किया। लेकिन वह आज दिनांक तक नहीं मिला।
इंदौर
फ्लैट दिलाने के नाम पर 60 लाख की धोखाधड़ी
- 18 May 2024