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रतलाम

फास्ट फूड, सब्जी वाले के अकाउंट से करोड़ों का ट्रांजेक्शन

  • 09 Feb 2024

15 हजार का लालच देकर खाते खुलवाए; फर्जी कंपनी बनाकर 50 करोड़ का लेन-देन
रतलाम। रतलाम पुलिस ने तीन ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने चार फर्जी कंपनियों के जरिए डेढ़ महीने में 50 करोड़ से अधिक का ट्रांजेक्शन किया। ये ट्रांजेक्शन फास्ट फूड, सब्जी का ठेला लगाने वाले और मजदूर के बैंक अकाउंट से किया गया। इस रैकेट के तार महाराष्ट्र, गुजरात व राजस्थान से जुड़े हैं। बताया जा रहा है कि इसमें अन्य राज्यों की 40 से 50 फर्जी कंपनियों के शामिल होने का अंदेशा है। पुलिस मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला के एंगल से जांच कर रही है। तीनों आरोपी तुलसीराम (26) पिता गोपाललाल ओझा, योगेश पिता मदनलाल शर्मा और सूर्यप्रकाश पिता ओमप्रकाश त्रिपाठी जेल में हैं। तीनों 10वीं पास हैं।
 आरोपी सीधे-सादे लोगों को शिकार बनाते थे-
मूलरूप से इंदौर का रहने वाला सूरज चौरे रतलाम में रहकर नीमचौक पर फास्ट फूड का ठेला लगाता है। सूरज ने औद्योगिक नगर थाने में शिकायत की। बताया- छह महीने पहले उसकी मुलाकात भीलवाड़ा के रहने वाले तुलसीराम (26) से हुई थी। उसने हर महीने 15 हजार रुपए देने का लालच दिया। तुलसीराम ने मोबाइल फोन की दो सिम, पैन कार्ड, आधार की तीन-तीन फोटोकॉपी और पासपोर्ट साइज के 12 फोटो भी लिए थे। तुलसीराम ने पंजाब नेशनल बैंक की अलकापुरी शाखा में ढाई हजार रुपए देकर दो बैंक खाते खुलवाए। सूरज ने बताया कि तुलसीराम ने रुपए नहीं दिए। इसके बाद बैंक में खाता बंद करवाने पहुंचा। यहां बैंक अफसर की बात सुनकर पैरों तले जमीन खिसक गई। बताया- अकाउंट से करोड़ों का लेनदेन हो रहा है। शक होने पर खाता फ्रीज करवा दिया।
डेढ़ साल पहले आरोपी आया था रतलाम
सूरज की रिपोर्ट पर थाना औद्योगिक क्षेत्र में आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 120 बी में केस दर्ज किया। पुलिस का कहना है कि तीनों आरोपी करीब डेढ़ साल पहले भीलवाड़ा से रतलाम आए। यहां शक्तिनगर में किराए से मकान लिया। हरदेवलाला पिपली क्षेत्र में साड़ी की दुकान लगाई। दुकान नहीं चली, तो बंद कर दी। इसके बाद आगर मालवा में कपड़े की दुकान खोली। इसके बाद वापस रतलाम आ गए।
इनके नाम से खोले खाते, 50 करोड़ का ट्रांजेक्शन
रढ राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया कि बैंकों में खाते खोलने के पहले कंपनी बनाने के लिए नंबर भी लिए गए। उसी आधार पर खाते खोले गए। फर्जी कंपनी अग्नि ट्रेडर्स के नाम से एसबीआई व पीएनबी में सूरज चौरे, आस्था इंपेक्स के नाम से फाइनेंशियल बैंक, यस बैंक व एसबीआई में मजदूरी करने वाले राहुल भालिया, रौनक इंटरप्राइजेस के नाम से एयू बैंक व एसबीआई में प्रिंटिंग प्रेस पर काम करने वाले अजय राठौड़ व सिद्धेश्वर एक्सियोम के नाम पीएनबी व फाइनेंशियल कंपनी में सब्जी का ठेला लगाने वाले संदीप सरौदिया के नाम से खाते खोले गए। इन सभी खातों में पिछले डेढ़ महीने में करीब 50 करोड़ का ट्रांजेक्शन हुआ है।
एक दिन में 50 लाख तक हुए जमा-
जिन बैंकों में फर्जी कंपनियों के नाम से खाते खोले गए, उनमें एक दिन में 5 लाख, 10 लाख तो कभी 50 लाख रुपए तक जमा हुए।
रतलाम में नेटवर्क बिछाने वाले तो सिर्फ मोहरे हैं-
एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया कि ये आरोपी सिर्फ मोहरे हैं। ये लोग केवल अकाउंट खुलवाने तक सीमित हैं। मामले में महाराष्ट्, गुजरात, राजस्थान व दिल्ली के बड़े-बड़े लोग शामिल हैं। मामला हवाला के रुपयों से जुड़ा हो सकता है। जांच में अभी तक अन्य राज्यों में 40 से 50 फर्जी कंपनियों के बैंक खातों का पता चला है।