इंदौर। द्वारकापुरी में गत दिनों घर के बाहर खड़ी एक कार में बदमाश ने आग लगा दी। सीसीटीवी फुटेज आने के बाद पुलिस ने दूसरे दिन केस दर्ज किया। जांच की गई तो आरोपी राऊ इलाके में ही रहने वाले कार मालिक के भाई का दोस्ता निकला। कार मालिक ने 5 हजार की उधारी वापस नहीं की तो दोस्तों ने आग लगा दी।
जब आरोपियों को पकड़ा तो उन्होंने फर्जी एडवाईजरी कंपनी का खुलासा कर दिया। अफसरों ने वहां दबिश डाली। एडवाइजरी कंपनी के आरोपियों को सराफा पुलिस के सुपुर्द किया गया है। द्वारकापुरी पुलिस ने इलाके में सिद्धार्थ चौहान की कार में आग लगाने के मामले में आरोपी राजा यादव और उसके साथी प्रकाश को गिरफ़्तार किया है।
राजा यादव ने ही गुरुवार को सिद्धार्थ की कार में आग लगा दी थी। पुलिस से मिली जानकारी में पता चला कि सिद्धार्थ के भाई ने आरोपी राजा यादव से 5 हजार रुपये उधार का लेनदेन था। इसके चलते उन्होंने कार में आग लगाई। राजा यादव को थाने लाकर पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह और सिद्धार्थ राजबाड़ा इलाके पर एक फर्जी एडवाईजरी कंपनी में काम करते हैं। यहीं कस्टमर से अकाउंट में आए रुपए को लेकर उनका विवाद चल रहा था। इस मामले में राजा ने बताया कि वहां कई युवक और युवतियां बैठकर कॉलिंग करते हैं। वे एडवाइजरी के माध्यम से शेयर मार्केट में रुपए निवेश करने की बात पर लोगों को ठगते हैं।
मामले में एडिशनल डीसीपी, एसीपी के साथ सराफा पुलिस ने मौके पर जाकर दबिश दी। यहां पर कांग्रेस नेता के पास एक बिल्डिंग में फर्जी कंपनी संचालित हो रही थी। यहां से पुलिस को लैपटॉप और अन्य गैजेट्स भी मिले हैं। बाद में सभी युवक-युवतियों को पकडक़र सराफा थाने लाया गया। रात में यहां पुलिस ने कार्रवाई की है।
इंदौर
फर्जी एडवाइजरी कंपनी का खुलासा, 5 हजार की उधारी से खुला रैकेट
- 12 Sep 2023