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ग्वालियर

फर्जी डॉक्टर ने मिडिल स्कूल से मांगी एमबीबीएस की डिग्री

  • 20 Jun 2023

सरकारी नौकरी भी हासिल की; कोविड मरीजों का इलाज करने लगी
ग्वालियर। ग्वालियर में जीवाजी यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की डुप्लीकेट मार्कशीट और डिग्री निकालने के मामले में पकड़े गए युवक-युवती से पूछताछ चल रही है। पता चला है कि युवती ने मार्कशीट और डिग्री निकालने के लिए यूनिवर्सिटी में आॅफलाइन आवेदन दिया था। इसमें माध्यमिक स्कूल से टइइर की डिग्री करना बताया था। उसने डुप्लीकेट मार्कशीट के आधार पर मालेगांव के अस्पताल में सरकारी नौकरी भी हासिल कर ली।
9 जून को झांसी रोड थाना पुलिस ने महाराष्ट्र की रहने वाली आरोपी प्रतीक्षा दायमा और मोहम्मद शफीक को गिरफ्तार किया था। उन्होंने भाजपा नेता सतीश बोहरे की भांजी डॉ. प्रतीक्षा शर्मा के नाम से यूनिवर्सिटी से डुप्लीकेट डिग्री और मार्कशीट निकाली थी। डॉ. प्रतीक्षा शर्मा को जीआरएमसी मेडिकल कॉलेज से पता चला, तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी थी। दोनों आरोपी पुलिस रिमांड पर हैं। सोमवार को आरोपियों की फिर कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस के मुताबिक आरोपियों की दोबारा रिमांड मांगी जाएगी। मामले की जांच के लिए ग्वालियर पुलिस की टीम मालेगांव में ही डटी है।
विश्वविद्यालय ने भी बिना देखे दे दी डिग्री-मार्कशीट
प्रतीक्षा दायमा ने एजेंट के माध्यम से यूनिवर्सिटी से डिग्री और मार्कशीट निकाली थी। इसके लिए उसे 10 हजार रुपए भी दिए थे। खास बात ये है कि इस तरह का आॅफलाइन आवेदन देने के बाद भी विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने इसे देखने की जहमत नहीं उठाई। इससे विश्वविद्यालय प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं।
डिग्री कम्प्यूटर की, करने लगी मरीजों का इलाज-
पता चला है कि प्रतीक्षा दायमा ने मास्टर आॅफ कम्प्यूटर एप्लीकेशन (एमसीए) किया है। इसके बावजूद एमबीबीएस की डुप्लीकेट डिग्री, मार्कशीट निकालने के बाद मालेगांव के अस्पतालों में प्रैक्टिस तक की। पता चला है कि वह मालेगांव के पल्स केयर नाम के हॉस्पिटल में कोविड की दूसरी लहर में भी मरीजों का इलाज कर चुकी है।