इंदौर। फर्जी दस्तावेज बनाने के मामले मेंपकड़ाए एक और आरोपी को जेल भेज दिया गया है, वहीं एक को पहले ही तबियत खराब होने पर जेल भेज दिया गया था, जबकि कलेक्टर कार्यालय के दलाल देवीलाल को 25 सितंबर तक रिमांड पर लिया गया है। इस दौरान उससे कड़ी पूछताछ की जा रही है।
बाणगंगा पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी प्रदीप और अजय के बाद देवीलाल नामक एक दलाल को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जो लगातार मोबाइल चैटिंग के माध्यम से यह पूरा फर्जी सर्टिफिकेट बनाने का काम किया जा रहा था। आरोपियों ने एक ग्रुप बना रखा है। इस ग्रुप में आवेदक का नाम डाला जाता था और पैसों की बात तय होती थी। जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए सबसे मुख्य दस्तावेज मूल निवासी प्रमाण पत्र होता था जिसे यह गिरोह सबसे पहले फर्जी तरीके से बनाता था और उस दस्तावेज को समाधान केंद्र पर ऑपरेटर को व्हाट्सएप पर भेज देता था, और वहीं से प्रमाण-पत्र बनकर दलाल के पास आ जाता था और उसका बाद में प्रिंट निकाल लेते थे। गिरफ्तार हुए आरोपी अजय और प्रदीप की रिमांड खत्म हो गई है। दोनों को जेल भेज दिया गया है। वहीं कुछ दिन पहले मूसाखेड़ी में पकड़ाया देवीलाल गुर्जर कि 25 सितंबर तक रिमांड ली गई है।
इंदौर
फर्जी दस्तावेज मामला - आरोपी को भेजा जेल, दलाल को रिमांड पर लेकर हो रही कड़ी पूछताछ
- 22 Sep 2021