इंदौर। समीपस्थ महू में फर्जी तरीके से मतदाता परिचय पत्र बनाने की शिकायत स्थानीय प्रशासन को मिल रही थीं। मंगलवार को फर्जी तरीके से बनाया गया परिचय पत्र स्थानीय अधिकारियों के हाथ लग गया, जिसकी जांच पड़ताल की तो बड़ी जानकारी हाथ लगी।
इसमें मालवा मार्केट की एक फोटोकापी की दुकान पर इस प्रकार के फर्जी मतदाता परिचय पत्र बनाने मामला प्रशासन ने पकड़ा तथा मौके से बड़ी संख्या में मतदाता परिचय पत्र, आधार कार्ड जब्त किए। प्रशासन ने दुकान सील कर पंचनामा बनाया। लंबे समय से निर्वाचन विभाग के शिकायतें मिल रही थीं कि शहर में फर्जी तरीके से मतदाता परिचय पत्र मात्र कुछ ही घंटों में बनाए जा रहे हैं, मगर विभाग के सबूत हाथ नहीं लग रहा था। मंगलवार को एक मामला सामने आया जिसकी जानकारी निर्वाचन अधिकारी व एसडीम अक्षत जैन को दी गई। जैन ने तत्काल नायब तहसीलदार शिव शंकर जारोलिया को दबिश देकर कार्यवाई करने के आदेश दिए। जारोलिया ने मालवा मार्केट स्थित मोना फोटोकापी की दुकान पर छापा मारा। दल को यहां से बड़ी संख्या में मतदाता परिचय पत्र के साथ आधार कार्ड, पेन कार्ड मिले। मतदाता परिचय के संबंध में पूछने पर दुकान संचालक सुनील गर्ग ने कहा कि ग्राहक भूल गए लेकिन जब बड़ी संख्या तो वह सही जवाब नहीं दे सका। दल ने दुकान की तलाशी तथा परिचय पत्र, आधारकार्ड, पेन कार्ड आदि जब्त कर पंचनामा बनाया तथा दुकान सील कर दी। मामला गंभीर होने के कारण निर्वाचन विभाग द्वारा पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
ऐसे हुआ पर्दाफाश
मंगलवार को गुजरखेड़ा निवासी मनोहर नामक युवक यहां पहुंचा तथा यहां निर्वाचन सहायक नीरज नीम से अपनी बहन के परिचय पत्र में पति की जगह पिता लिखवाने की बात कही। जबकि निर्वाचन विभाग ने परिचय पत्र देखा तो उस पर निर्वाचन अधिकारी के नाम अस्पष्ट थे जो पूरी तरह फर्जी लग रहे थे। पूछने पर मनोहर ने बताया कि यह कार्ड मात्र दो दिन में मोना फोटोकापी वाले ने बनाकर दे दिया। इसके लिए बड़ी राशि वसूली। जबकि मतदाता परिचय पत्र पर मौजूदा निर्वाचन अधिकारी अक्षत जैन के हस्ताक्षर हो रहे हैं, जो मनोहर के कार्ड पर नहीं थे। नीम में इसकी जानकारी निर्वाचन विभाग के प्रभारी रॉबिन प्रदीप नरोना को दी। इसके बाद कार्रवाई आगे बढ़ी।
यह है प्रक्रिया
शासन के नियमानुसार नया परिचय पत्र बनवाने के लिए मात्र पच्चीस रुपये लगते हैं। वह राशि भी बैंक में आवेदक को जमा करानी होती है जिसकी रसीद निर्वाचन कार्यालय में देने में मात्र पंद्रह दिन में बनकर आ जाता है।
इंदौर
फर्जी मतदाता परिचय पत्र बनाने का पर्दाफाश
- 16 Mar 2022