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ग्वालियर

बीएसएनएल कर्मचारी बनकर देशभर में ठगी

  • 05 Feb 2022

झारखंड से सिम बंद करने की धमकी देकर ओटीपी हासिल करते, फिर खाते से रुपए पार कर देते; 2 पकड़ाए
ग्वालियर। बीएसएनएल (भारतीय संचार निगम लिमिटेड) का कर्मचारी बनकर देशभर में ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का क्राइम ब्रांच ने पदार्फाश किया है। गिरोह के दो सदस्य पुलिस के हाथ लगे हैं। यह झारखंड के दुमका शहर का गिरोह फोन करके सिम बंद करने की धमकी देता। उसी सिम को वापस एक्टिवेट करने के नाम पर ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) पूछकर खाते से रुपए चोरी कर लेते थे।
ऐसी ही ठगी जब ग्वालियर के शख्स से हुई, तो क्राइम ब्रांच ने उन दो ठगों को ढूंढ निकाला। पूछताछ हुई तो मालूम चला कि अब तक देश के कई शहरों में यह लोगों के खातों से रकम चोरी कर चुके है। इन ठगों से 4 चेकबुक, 4 बैंक पासबुक, 5 सिम कार्ड, 3 सिम, 2 मोबाइल व 10 हजार रुपए नकद जब्त किए गए। दोनों ठगों को 8 फरवरी तक की रिमांड पर लिया गया है।
ग्वालियर के एक हाईप्रोफाइल शख्स के साथ ठगी हुई थी। तब वह एसएसपी अमित सांघी के पास मदद की गुहार लगाने पहुंचे। उसने बताया कि उनके पास इरठछ का कर्मचारी बनकर कॉल आया था। कॉलर ने कहा कि आपकी सिम आज बंद हो जाएगी। सिम एक्टिववेट करने के लिए उन्होंने एटीएम कार्ड नंबर व ओटीपी ली। इसके बाद खाते से 74,991 रुपए निकाल लिए।
ठगी के बाद सिम और मोबाइल को नष्ट कर देते थे
मामला सामने आने पर क्राइम ब्रांच में मामला दर्ज किया। इसके बाद तकनीकी जानकारी जुटाई। पता चला कि ठगों की गैंग झारखंड में है। इस पर टीम को झारखंड भेजा। टीम द्वारा झारखंड से सरगना आशीष और उसके साथी विनोद के दबोच लिया। पूछताछ करने पर बताया कि वह इरठछ कंपनी व बैंक का कर्मचारी बनकर देशभर में लोगों को कॉल करके आॅनलाइन ठगी का कार्य करते है। पकड़े न जाएं, इसलिए ठगी के बाद सिम व मोबाइल को नष्ट कर देते थे।
बैंक खातों को खंगाल रही पुलिस
क्राइम ब्रांच की साइबर क्राइम टीम द्वारा बदमाशों के बैंक खातों की जांच की जा रही है, जिससे पता लग सके कि बदमाशों द्वारा अभी तक कितने लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा चुका है। साथ ही उनके मोबाइल भी निगरानी में ले लिए हैं। इससे भी सबूत जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। एएसपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडौतिया ने बताया कि झारखंड से दो ठगों को पकड़ा है। इन्होंने देश भर में कई लोगों को ठगा है। फिलहाल चार दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। इनके मोबाइल भी खंगाले जा रहे हैं।