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ग्वालियर

बीएसएफ की  लापता लेडी कॉन्स्टेबल पश्चिम बंगाल में मिलीं

  • 13 Jul 2024

पूछताछ में कहा-मर्जी से साथ गई थीं; आकांक्षा की मां ने लगाया था अपहरण का आरोप
ग्वालियर। टेकनपुर छावनी से लापता हुईं बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (इरऋ) की दो लेडी कॉन्स्टेबल शहाना खातून और आकांक्षा निखर पश्चिम बंगाल में मिल गई हैं। दोनों यहां मुर्शिदाबाद बॉर्डर पर मिली हैं। बीएसएफ के अधिकारी इनसे पूछताछ कर रहे हैं। दोनों अपनी मर्जी से एक साथ जाना बता रही हैं।
बता दें कि आखिरी बार दोनों लेडी कॉन्स्टेबल को 6 जून 2024 को देखा गया था। लेडी कॉन्स्टेबल आकांक्षा निखर जबलपुर और शहाना खातून पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद की रहने वाली हैं। बीएसएफ ने बिलौआ थाने में उनकी गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी। आकांक्षा की मां ने शहाना पर अपहरण का आरोप लगाया था।
ऐसे हुई थी आकांक्षा और शहाना की दोस्ती
जबलपुर में जोगी मोहल्ला की रहने वाली आकांक्षा निखर (30) एसटीसी (सहायक ट्रेनिंग सेंटर) में बतौर प्रशिक्षक पदस्थ थी। दिसंबर 2023 में उसकी रूम पार्टनर 15 दिन की छुट्टी पर गई थी। इसी बीच पश्चिम बंगाल से शहाना खातून ने खुद को टेकनपुर में अटैच कराया था।
आकांक्षा का रूम खाली होने पर शहाना को उसके साथ रुकने दिया गया। यहीं से दोनों में दोस्ती हो गई। समय के साथ दोस्ती इतनी गहरी हो गई कि दोनों ने एक-दूसरे को ही अपनी दुनिया मान लिया। टेकनपुर छावनी में दोनों किसी से बात नहीं करती थीं। सभी से दूरियां बना ली थीं। दोनों एक-दूसरे के घर जाकर भी रहीं, लेकिन किसी को भनक नहीं लगने दी कि वे क्या करना चाहती हैं।
शहाना के घर गई थी आकांक्षा की मां
आकांक्षा निखर की मां उर्मिला निखर का कहना था कि बेटी की तलाश में पश्चिम बंगाल में शहाना खातून के घर भी पहुंची थी। यहां शहाना के परिजन ने किसी ने नहीं मिलने दिया था। उन्होंने बेटियों के बारे में भी जानकारी नहीं दी। निराश होकर लौट आईं थीं। उर्मिला ने पुलिस अफसरों को बताया था कि बेटी की जान को खतरा है और उसे किडनैप किया गया है।