सागर। सागर के खुरई में भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जमकर बवाल हुआ। जिसके बाद पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ी। सेल्फी पाइंट में हुई तोडफ़ोड़ को लेकर ये पूरा विवाद हुआ। भाजपा कार्यकर्ता तोडफ़ोड़ के आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। तो वहीं कांग्रेस कार्यकर्ता इस मामले में अपने कार्यकर्ताओं पर दर्ज मामले का विरोध कर रहे थे। तभी महाकाली टीनशेड में दोनों दलों के कार्यकर्ताओं का आमना सामना हो गया। पुलिस ने रोका तो धक्का-मुक्की शुरू हो गई। जमकर तोडफ़ोड़ हुई। हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
इस पूरे बवाल में 100 से ज्यादा प्रदर्शनकारी घायल हो गए। तहसील परिसर में लगाई गई टेंट की कुर्सियों में तोडफ़ोड़ की गई। युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष की गाड़ी का कांच भी फोड़ दिया गया। सूचना पर नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।
इसलिए हुआ बवाल
17 जनवरी को ऑफिसर कॉलोनी में बंगले के पास स्थित सेल्फी पाइंट में तोडफ़ोड़ हुई थी। साथ ही सहोद्रा राय वार्ड में भी सेल्फी पाइंट को क्षतिग्रस्त किया गया था। पुलिस ने इस मामले में 8 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। इसमें कुछ कांग्रेस कार्यकर्ता भी शामिल थे। इसे लेकर गुरुवार को भाजपा कार्यकर्ता खुरई किला मैदान में जमा हो गए। वो आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर स्ष्ठरू को ज्ञापन देने जा रहे थे। वहीं कांग्रेस कार्यकर्ता नगर पालिका परिसर में जमा हुए थे। वो मामले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर दर्ज केस का विरोध कर रहे थे।
महाकाली टीनशेड में हुआ टकराव
भाजपा कार्यकर्ता रैली के रूप में स्ष्ठरू कार्यालय की ओर जा रहे थे, तभी रास्ते में मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने महाकाली टीनशेड में भेज दिया, ताकि भाजपा कार्यकर्ता निकल जाए। लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं ने टीनशेड में जाने की कोशिश की। इस दौरान जमकर धक्का-मुक्की और बवाल शुरू हो गया। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा।
असामाजिक तत्वों ने किया कार्यकर्ताओं पर हमला
हंगामे की जानकारी पर नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह मौके पर पहुंच गए। उन्होंने जमीन पर बैठकर कार्यकर्ताओं से घटनाक्रम की जानकारी ली। मंत्री ने कहा कि नगर पालिका खुरई में विकास कार्य कर रही है। लेकिन विकास कार्यों से कुछ लोगों को तकलीफ है। पिछले दिनों सेल्फी पाइंट तोड़ दिया गया। नगर पालिक ने नामजद कुछ लोगों की रिपोर्ट दर्ज कराई है। लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई। मंत्री ने कहा कि गिरफ्तारी की मांग को लेकर भाजपा के कार्यकर्ता स्ष्ठरू को ज्ञापन देने जा रहे थे। लेकिन स्ष्ठरू कार्यालय परिसर में पहले से जमा असामाजिक तत्वों ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला कर दिया। हमले में 100 से अधिक कार्यकर्ता घायल हुए हैं। घटनाक्रम की जानकारी मुख्यमंत्री को दी है। उन्होंने तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
कांग्रेस ने की न्यायिक जांच की मांग
इधर, पूर्व विधायक और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरुणोदय चौबे ने कहा कि हम न्याय मांगने गए थे। 3 दिन पहले से कार्यक्रम तय था। प्रशासन को सूचना दी थी। महाकाली मंदिर पर जमा हुए थे। पुलिस अधिकारी ने हमें परिसर में बुला लिया। इतने में उनका जुलूस आ गया वहां। पुलिस ने हमें वहां से जाने का बोला तो हम जाने लगे। तभी पीछे-पीछे उनके कार्यकर्ता आ गए। वे बाहर के थे। उन्होंने आक्रमण कर दिया। माइक से बार-बार एनाउंसमेंट किया जा रहा था कि हम लोग आपस में न लड़े। अपना-अपना काम करें। घटनाक्रम के दौरान हुए लाठीचार्ज में 15 से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ता घायल हुए हैं। मामले की न्यायिक जांच होना चाहिए।
सागर
बीजेपी-कांग्रेस कार्यकर्ता भिड़े, सेल्फी पॉइंट में तोडफ़ोड़ पर विवाद, पुलिस ने भांजी लाठियां;100 से ज्यादा प्रदर्शनकारी घायल
- 28 Jan 2022