इंदौर। पुलिस की सायबर हेल्प लाइन पर शिकायत बाद फ्राड इन्वेस्टिगेशन टीम द्वारा आवेदकों से फ्रॉड की जानकारी लेकर जांच की जिसमे ज्ञात हुआ कि आवेदक रामबाबू जो बुजुर्ग होकर नेटबैंकिंग जैसी किसी भी सुविधा के चालू किए बिना ही उनके निजी बैंक के खाते से कुल रुपए 1,83,000/- ठग द्वारा आहरित कर लिए गए जिसकी जानकारी बुजुर्ग आवेदक को भी नही चली। कुछ दिन बाद जब आवेदक की बहू द्वारा ससुर के की-पैड मोबाइल में मैसेज चेक किए तब पता चला कि किसी के द्वारा उनके साथ ठगी की गई है। ठग द्वारा आहरित राशि को पांच अलग-अलग बैंक खातों में थोड़ा-थोड़ा पैसा ट्रांसफर कर ठगी की गई थी। क्राइम ब्रांच की फ्राड इन्वेस्टिगेशन टीम के उप निरी. कमल माहेश्वरी व आरक्षक शिवम बघेल द्वारा पांचों बैंक से संपर्क कर आवेदक के खाते में 1,83,000/- सकुशल वापस कराए गए। पुलिस ने अपील की है कि बैंक खाते से हुए प्रत्येक ट्रांजेक्शन को हमेशा चेक करे और कोई भी गलत डेबिट/क्रेडिट ट्रांजेक्शन होने पर अपनी संबंधित बैंक से संपर्क करे एवं इस तरह की घटना की सूचना तुरंत अपने नजदीकी थाने पर दे या क्राइम ब्रांच पुलिस द्वारा संचालित सायबर हेल्पलाइन नं. 704912-4445 पर सूचित करें।
इंदौर
बुजुर्ग के खातों से ठगे 1.83 लाख वापस करवाए
- 30 Mar 2022