इंदौर। अस्पताल में मौत से लड़ रही इंदौर की बेटी सुहानी को बचाने के लिए अब पिता ने सोशल मीडिया पर गुहार लगाई है। इसके सार्थक परिणाम भी सामने आने लगे हैं। सुहानी के लिए अभी तक एक लाख रुपए की मदद मिल चुकी है। इसके पहले मराठी समाज, स्कूल प्रबंधन और सरकार ने भी आगे आकर सुहानी की मदद की, लेकिन यह नाकाफी साबित हो रही है। सुहानी के इलाज में रोज 45 हजार रुपए खर्च हो रहे हैं। अभी तक कुल 10 लाख रुपए से ज्यादा खर्च हो चुके हैं।
23 अगस्त को इंदौर के राजमोहल्ला में स्थित परसराम पुरिया बाल मंदिर स्कूल में 11वीं क्लास में पढऩे वाली सुहानी स्कूल की तीसरी मंजिल से गिर गई थी। सुहानी अभी चोइथराम अस्पताल में भर्ती है। वह कोमा में है। सुहानी के गले और ब्रेन की दो सर्जरी हो चुकी हैं। इलाज के लिए स्कूल प्रबंधन ने 30 हजार और स्टाफ ने 12 हजार की मदद की। पिता की माली हालत खराब होने की वजह से वे इलाज का खर्च नहीं उठा पा रहे हैं। इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लोगों से आर्थिक मदद की अपील की है। काफी लोग परिवार की मदद कर रहे हैं। स्कूल की प्राचार्य रंजना कोरिया का कहना है कि स्कूल ट्रस्ट को भी मदद के लिए पत्र लिखा गया है। उम्मीद है सुहानी को जल्द और मदद मिलेगी।
परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं
सुहानी तीन बहनों में सबसे छोटी है। दो बड़ी बहन प्रियंका और खुशबू पढ़ाई कर रही हैं। पिता अजय लंभाते एमबी खालसा कॉलेज में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी हैं। पिता की सैलरी में परिवार का गुजारा ही मुश्किल से हो पाता है। अजय हॉस्पिटल में रोज होने वाले 45 हजार रुपए खर्च नहीं उठा पा रहे हैं। अजय लंभाते का कहना है कि उन्होंने अपनी पूरी जमा पूंजी बेटी के इलाज पर खर्च कर दी है। सोशल मीडिया के माध्यम से मदद मिलना भी शुरू हो गई है, लेकिन अभी वह काफी कम है। उन्होंने बताया कि 50 हजार की सरकारी मदद और स्कूल प्रबंधन द्वारा 42 हजार की मदद मिली है।
इंदौर
बेटी को बचाने गरीब पिता ने लगाई मदद की गुहार, स्कूल की तीसरी मंजिल से गिरी छात्रा 12 दिन से कोमा में है
- 04 Sep 2021