इंदौर। हातोद थाना क्षेत्र के 90 वर्षीय बुजुर्ग आज जब पुलिस पंचायत में पहुंचे तो सबकी आंखें नम हो गई। उन्होंने बताया कि उनके 2 पुत्र हैं तथा एक पुत्री है। पुत्री और दामाद का निधन होने से उन्होंने अपने नाती को अपने पास रख लिया था। नाती के बड़ा होने पर नाती ही उन्हें परेशान करने लगा तथा वह उनके बड़े बेटे से मिल गया तथा बड़े बेटे ने उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया।
उनके भरण-पोषण में भी दिक्कतें आने लगी वह उन्हें जमीन जोतने नहीं देता है और कहता है कि पूरी जमीन पर मेरा ही कब्जा है। वह अपने छोटे भाई को भी मारपीट कर भगा देता है। इससे वह अत्यधिक परेशान है। नाती को समक्ष में बुलाया गया तथा समझाइश दी गई कि वह अपने नाना के साथ ऐसा व्यवहार नहीं करें, जिसने उन्हें पाल पोस कर बड़ा किया है। कम से कम उसे इस बात का तो ध्यान रखना चाहिए उनका बेटा अनुपस्थित रहा। उसे अगले बुधवार को बुलाया गया है। नाती ने कहा कि अब वह अपने नानाजी के साथ ऐसा व्यवहार नहीं करेगा और वह अपने मामा को भी समझाएगा।
दोनों बेटे नहीं करते देखरेख
80 वर्षीय सीनियर सिटीजन द्वारा शिकायत की गई थी उनके दो बेटे हैं दोनों ही उनकी देखरेख नहीं करते हैं। हमेशा ही विवाद की स्थिति बनी रहती है। उनकी रीड की हड्डी में प्रॉब्लम है तथा वह ठीक से चल फिर भी नहीं पाते हैं। उनकी पत्नी कैंसर से ग्रस्त थे इसके बाद भी दोनों बेटे उनका ध्यान नहीं रखते हैं। पुलिस पंचायत ने तुरंत बेटे को बुलाया और समझाइश दी गई कि माता-पिता की देखरेख करना उनका फर्ज है। अगर वह माता-पिता की देखरेख नहीं करते हैं तो सीनियर सिटीजन एक्ट के तहत उन पर कार्रवाई की जा सकती है। बेटे के समझ में आ गया उसने कहा कि वह अब इस प्रकार का व्यवहार नहीं करेगा तथा उनका इलाज भी कर आएगा दोनों पक्षों में समझौता हुआ है।
बेटा नहीं करता भरण पोषण, महत्वपूर्ण कागजात भी कर लिए कब्जे में
पुलिस पंचायत में एक अन्य बुजुर्ग महिला द्वारा शिकायत की गई कि उनकी पति की मृत्यु हुई 22 साल हो चुके हैं और वह सुयोग हॉस्पिटल में टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत थी। हॉस्पिटल बंद होने के बाद उनके भरण-पोषण मैं दिक्कत आने लगी करीब 3 वर्ष हो चुके हैं । तभी से वह अनेक परेशानियों का सामना कर रहे हैं। उनका एक ही बेटा है जो उन का भरण पोषण नहीं करता है जब उन्हें करोना हुआ था तो वह हॉस्पिटल में भर्ती थी इस बात का फायदा उसने उठाया और अपनी मां के महत्वपूर्ण कागजों को अपने कब्जे में ले लिया। जब वह ठीक हो कर घर पर आई तब उन्हें इस बात का पता चला। उनका भरण पोषण उनकी छोटी बेटी करती थी जो सीएचएल हॉस्पिटल में कार्यरत थी। करोना होने से उनकी मृत्यु हो गई जब इसे इन्हें हर बात की परेशानियां होने लगी पुलिस पंचायत ने तुरंत ही बेटे बहू को बुलाया और समझाइश दी कि अब माता की देखरेख करना तुम्हारा फर्ज बनता है। तुम्हारी छोटी बहन भी नहीं है जो वह माता की देखभाल कर सकें। उनकी माताजी पैरों से लाचार हैं वह चल फिर भी नहीं सकती है। बेटे बहू की समझ में आ गया उन्होंने अपनी मां के पैर पड़ कर माफी मांगी और कहा कि अब वह ऐसी गलती नहीं करेंगे। अपनी मां का ध्यान रखेंगे।उनका इलाज भी कराएंगे और दोनों टाइम खाना भी देंगे और अगर किसी प्रकार की परेशानी आए तो वह उस परेशानी को भी दूर करेंगे दोनों पक्षों में समझौता हुआ है बेटे बहू मां को साथ में लेकर गए। पुलिस पंचायत में कल 11 प्रकरण में 4 प्रकरणों में समझौता हुआ है 7 प्रकरणों में अगले बुधवार की पेशी लगाई गई है।
इंदौर
बेटे ने कर लिया जमीन पर कब्जा, 90 साल के बुजुर्ग पुलिस पंचायत में पहुंचे तो सभी की हो गई आंखें नम
- 16 Dec 2021