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खंडवा

बेटी नहीं भेजी तो दामाद ने जला दी फसल

  • 09 Mar 2023

होली पर मायके में थी पत्नी, ससुर बोला- बड़ों को साथ लाओ; दामाद ने 2 लाख के चने फूंक डाले
खंडवा । बेटी को ससुराल नहीं भेजने पर गुस्साए दामाद ने ससुर की मेहनत पर पानी फेर दिया। विवाद के बाद रात के समय वह ससुर के खेत पहुंचा और चना फसल की गरी में आग लगा दी। ससुर और परिवार ने आग बुझाने के लिए काफी मशक्कत की। मौके पर फायर ब्रिगेड भी बुलाई, लेकिन देरी होने से पूरी फसल खाक हो गई। दामाद शराब पीने का आदी है। इसी कारण कुछ दिनों से बेटी अपने मायके में रहकर गुजारा कर रही थी।
मामला, खंडवा जिले के पुलिस थाना मूंदी अंतर्गत ग्राम जलवा बुजुर्ग का है। पुलिस ने ससुर रायसिंग पिता कालू भिलाला (50) की शिकायत पर दामाद गोरेलाल पिता हरेसिंह भीलाला निवासी भमोरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पूरा घटनाक्रम मंगलवार देर रात का है। थाना मूंदी पुलिस ने आरोपी गोरेलाल पर फसल नुकसानी की धारा 435 के तहत प्रकरण दर्ज किया। उसे गिरफ्तार करके बुधवार को न्यायालय में पेश किया। लेकिन संबंधित धारा में 7 वर्ष से कम सजा होने के कारण कोर्ट ने उसे जमानत दे दी।
ससुर की शर्त, चार लोगों को लाओ और बेटी को ले जाओ
इधर, पीड़ित रायसिंग भिलाला का कहना है कि, शराब पीने के आदि दामाद का घर छोड़कर बेटी करीब 3 महीने से मायके में रह रही है। होली के त्योहार पर जब उसके घर में सन्नाटा रहा तो उसे अफसोस हुआ। वह पत्नी को लेने मायके आया, दादागिरी बताने लगा। हमने सिर्फ इतना कहा कि, चार लोगों को लेकर आ जाओ। उनके सामने समझौता होगा कि, तू आगे से शराब नही पिएगा। तभी हम बेटी को तेरे साथ भेजेंगे।
40 बोरा चना, वो 2 लाख का, बंटाई पर लिया था खेत
बुजुर्ग रायसिंग के मुताबिक, खेत पर चने की फसल कटने के बाद उसे एक जगह इकट्‌ठा कर दिया गया था। होली के बाद थ्रेसर बुलाकर चने की फसल निकालना थी। लेकिन राक्षसी दामाद ने हमारी पूरी मेहनत पर पानी फेर दिया। सेठ-साहूकारों से कर्जा लेकर फसल बोई थी। वह खेत भी हमारा नहीं था, हमने मुनाफे (खोट-बंटाई) पर लेकर चने की बोवनी की थी। हम तो गरीब लोग है, दूसरे के खेत लीज पर लेकर फसल निकालते है, और परिवार चलाते है।
चने की उस गरी (ढेर) और पिछले साल के उत्पादन को देखते 40 बोरे चने की फसल निकलना थी। 40 क्विंटल चने की कीमत 2 लाख से ज्यादा है। अभी चने का मंडी भाव भी 5 हजार रूपए प्रति क्विंटल के आसपास है। रायसिंग का दर्द है कि, अब कहां से लेकर आएंगे दो लाख रूपए। साहूकारों के अलावा खाद-बीज वालों का कर्जा चुकाना है। जिससे खेत मुनाफे (लीज) पर लिया था, उसे भी पैसा देना है। समय पर पैसा देंगे तो वह अगली फसल के लिए भी खेत देगा।
पुलिस जवानों ने फायर ब्रिगेड के लिए बनाया रास्ता
थाना मूंदी में पदस्थ एएसआई मनोज सोनी का कहना है कि, डायल 100 पर पाइंट मिला था कि, थाना क्षेत्र के गांव जलवा बुजुर्ग में आगजनी की घटना हुई है। हमने तत्काल नगर परिषद मूंदी के फायर ब्रिगेड वाहन को भी सूचना दी। किसान के खेत पर पहुंचे तो रास्ता खराब था। पुलिस जवानों से खेत के रास्ते पर कई झाड़ियों को खुद काटा और फायर ब्रिगेड का रास्ता बनाया। फायर ब्रिगेड ने आग बुझा दी लेकिन किसान रायसिंग की फसल पूरी तरह खाक हो गई।