शरण ग्रहण... अपराध से मुक्ति का एक उपाय है...
लेकिन मेरे श्रोता... शरण समर्थ की करना... असमर्थ की नहीं... स्मरण समर्थ का... शरण समर्थ का... असमर्थ की शरण में क्या जाना..?
और समर्थ होते हुए भी यदि हमारे कष्ट का निवारण ना हो... तो भी... आनंद लेना कि मैंने तो शरणागति समर्थ की की थी... अब मेरी लज्जा का कोई प्रश्न नहीं है... उसकी इज्जत का प्रश्न है...
।। रामकथा-मानस अपराध ।।
चिंतन और संवाद
मोरारी बापू : शरण ग्रहण... अपराध से मुक्ति का एक उपाय है...
- 07 Jun 2020