पूरे प्रदेश में बारिश का दौर; इंदौर, भोपाल, रायसेन, सीहोर-राजगढ़ में हैवी रेन का अलर्ट
भोपाल। मध्यप्रदेश में बिपरजॉय तूफान कमजोर हो गया है, लेकिन प्री-मानसूनी एक्टिविटी बढ़ गई है। शुक्रवार को आधे प्रदेश में बारिश हुई थी। ऐसा ही मौसम शनिवार को भी बना रहेगा। भोपाल, रायसेन, सीहोर और राजगढ़ में भारी बारिश का अलर्ट है।
सीनियर मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि शनिवार को प्रदेशभर में बारिश का दौर बना रहेगा। वहीं, रविवार को रायसेन, सीहोर, गुना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर में भारी बारिश हो सकती है। यहां 2-3 इंच या इससे ज्यादा बारिश का अनुमान है।
इस वजह से बारिश
मौसम वैज्ञानिक पांडे ने बताया कि बिपरजॉय का असर कमजोर हुआ है। अब वह उतना एक्टिव नहीं है। फिर भी यह बारिश करा रहा है। दूसरी ओर, ओडिशा और पश्चिमी बंगाल के बाद चक्रवाती हवाओं का घेरा है, जो आगे की ओर बढ़ेगा। इस कारण मानसून की एक्टिविटी बढ़ गई है।
बारिश की वजह से टेम्प्रेचर में भी गिरावट हुई। पचमढ़ी में तो 6 डिग्री तक पारे में गिरावट हुई और यह रात से भी ठंडा रहा। गुरुवार को पचमढ़ी में दिन का तापमान 29.5 डिग्री था। शुक्रवार को यह 23.5 डिग्री रहा। वहीं रात का पारा 23.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं, सिवनी में 25.4, सागर में 26.6, मंडला में 27, मलाजखंड में 27.8, दमोह में 28, रायसेन में 28, उज्जैन में 28.5, गुना में 29.5 और शिवपुरी में तापमान 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वहीं, भोपाल में 31, इंदौर में 31.4, ग्वालियर में 36.4 और जबलपुर में तापमान 28.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इंदौर में पूरी रात बारिश, सडक़ें लबालब, कई इलाकों में बिजली गुल रही
इस बार मानसून में अभी देर है लेकिन गुरुवार के बाद शुक्रवार को फिर बारिश का दौर शुरू हो गया। शुक्रवार रात करीब 8 बजे शुरू हुई बारिश का दौर सुबह 8 बजे के बाद भी जारी रहा। देर रात कई इलाकों में बिजली गुल हुई तो कई इलाकों में आती-जाती रही। सडक़ें, मैदान, नाले पानी से लबालब हो गए। शनिवार सुबह स्कूल-कॉलेज जाने वाले बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इंदौर में 24 घंटे में 67.4 मिमी दर्ज की गई है जबकि इस सीजन की अब तक 76.7 मिमी रिकॉर्ड हुई है। शुक्रवार दोपहर पर कहीं-कहीं बूंदाबांदी हुई लेकिन शाम 5.30 बजे से रिमझिम बारिश होने लगी। पहले तो यह शहर के अलग-अलग हिस्सों में होती रही। फिर रात 8 बजे बाद तेज हो गई और रातभर जारी रही। इस दौरान सडक़ें लबालब हो गई तो कई क्षेत्रों की बिजली गुल हो गई। मौसम विभाग ने अभी एकाध हफ्ते इसी तरह का मौसम रहने के आसार जताए हैं। यह इस मौसम खासकर जून माह की सबसे अच्छी बारिश हुई है। इस माह में यह चौथी बार पानी बरसा है जबकि मानसून को आने में अभी 8 दिन बाकी हैं।
बिजली कंपनी की टीमें जुटी
इसके तीन दिन पर्व मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की बैठक में मातहतों को निर्देश दिए थे कि तेज वर्षा, आंधी के कारण अवरोध आता है, तो टीम वर्क किया जाए। इससे काम कम अवधि में पूर्ण होगा, शिकायतों में कमी आएगी। तेज आंधी के कारण देहात में यदि पोल टूटे तो समय पर बदले जाएं। इसके बाद शुक्रवार से शुरू हुई बारिश से 11केवी लाइनों के 525 फीडरों में से 7 फीडरों से बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई। तेजी से गिरते पानी के बाद भी की बिजली कर्मचारी ट्रांसफार्मर, पोल, फीडरों के कार्यों में डटे रहे। प्रभावित क्षेत्रों में से 5 फीडर क्षेत्र की बिजली आपूर्ति व्यवस्था करीब एक से सवा घंटे में बहाल की गई। दो फीडर दो घंटे में सामान्य हुए। शेष एक पर रात 11.30 पर पानी गिरने के बावजूद सुधार कार्य चल रहा हैं। व्यक्तिगत शिकायतों 150 फ्यूज ऑफ कॉल (एफओसी) का जोन की टीमों ने भी समाधान किया। गुरुवार को 12 दिनों के गेप के बाद हुई बारिश ने तत्काल ठण्डक जरूर दी थी लेकिन फिर बारिश थमते ही दिन में उमस तेजी से बढ़ी है जिसने लोगों को हलाकान कर दिया। हालांकि रात का तापमान कम होने के साथ अलसुबह ठण्डी हवा भी रही लेकिन शुक्रवार सुबह से ही बादल छाये हुए थे। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया था अभी जिस प्रकार प्री मानसून का सिस्टम बना हुआ है उससे शुक्रवार को भी बारिश होगी तथा यह दौर सतत चलेगा। इसके बाद शुक्रवार शाम रिमझिम से सिलसिला शुरू हो गया।
यहां भराया पानी
बारिश का दौर ऐसा रहा कि लोगों को रेनकोट व छाते निकालने पड़े। हमेशा की तरह बीआरटीएस पर लबालब पानी भर गया। इसी प्रकार एलआईजी चौराहा, पलासिया, राजीव गांधी चौराहा, नेहरू नगर नौ नंबर रोड (थाने के सामने), मालवा मिल, भमोरी, हुकुमचंद घंटाघर, ट्रांसपोर्ट नगर सहित कई इलाकों में पानी भर गया। इस दौरान कुछ लोगों के दोपहिया वाहनों में भी पानी भर गया। बारिश का यह सिलसिला पूर्वी व पश्चिम क्षेत्रों में कम-ज्यादा होता रहा। रात 2 बजे बाद भी अच्छी बारिश हुई।
तापमान में आई गिरावट
इसके पर्व गुरुवार को 6.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके सहित जून माह में तब तक कुल 9.3 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। मौसम में हुए परिवर्तन से दिन का अधिकतम तापमान 32.5 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से 2 डिग्री कम था। इसी तरह रात का न्यूनतम तापमान 25.2 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस अधिक था। शुक्रवार को दिनभर बादल छाए रहे और शाम को बारिश शुरू हुई। शुक्रवार को दिन का अधिकतम तापमान 31.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 3 डिग्री कम रहा। इसी तरह रात का न्यूनतम तापमान 21.5 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से 2 डिग्री कम है। शुक्रवार शाम से रुक-रुककर हो रही बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग के अनुसार 24 घंटे में आधा इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई।
भोपाल
बिपरजॉय कमजोर, प्री-मानसून एक्टिव
- 24 Jun 2023