दुल्हन की तरह सजा सवारी मार्ग, 7 कि.मी.मार्ग पर लाखों भक्तों की रहेगी भीड़
शहर के मार्ग दोपहर 12 बजे से डायवर्ट होंगे,शहर में आज शासकीय अवकाश
उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योर्तिलिंग श्री महाकालेश्वर मंदिर से श्रावण-भादौ मास में निकलने वाली बाबा महाकाल सवारी के क्रम में आज अंतिम सवारी शाही स्वरूप में निकलेंगी। शाही सवारी के दर्शन के लिए देश भर से लाखों भक्त करीब 7 किलोमीटर के मार्ग में उपस्थित रहेंगे। बाबा महाकाल 10 रूपों में अपने भक्तों को दर्शन देंगे। प्रशासन ने शाही सवारी में सुरक्षा व्यवस्था की पूर्ण तैयारी की है। आज शहर में शासकीय अवकाश रहेगा।
भादौ मास के द्वितीय सोमवार को बाबा महाकाल की नगरी शिवमय होगी। राजाधिराज भगवान महाकाल 10 वीं बार शाही स्वरूप में नगर भ्रमण के लिए निकलेंगे। शाही सवारी का मार्ग भी करीब 7 कि.मी.लम्बा रहेगा। पूरा नगर दुल्हन की तरह बाबा महाकाल की अगवानी के लिए सजाया गया है। भगवान महाकाल अपने 10 स्वरूप में भक्तों को दर्शन देंगे। शहर में करीब 7 घंटे तक भक्ति का उल्लास छाया रहेगा। प्रशासन ने सवारी मार्ग पर सुरक्षा और व्यवस्था के लिए अन्य शहरों से भी पुलिस बल बुलवाया है,वहीं सोमवार को सवारी निकलने के पूर्व यातायात भी डायवर्ट किया जाएंगा। महाकाल मंदिर में दोपहर 3.30 बजे सभा मंडप में शाही सवारी की परंपरानुसार भगवान महाकाल के चंद्रमौलेश्वर व मनमहेश स्वरूप का पूजन कर पालकी को नगर भ्रमण के लिए रवाना किया जाएंगा। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र बल की टुकड़ी राजाधिराज को सलामी देगी। इसके बाद शाही सवारी का कारवां शिप्रा तट की ओर रवाना होगा।
इन स्वरूपों में होंगे दर्शन-
शाही सवारी में भगवान महाकाल के 10 स्वरूप रहेंगे। जिसमें चांदी की पालकी में श्री चंद्रमौलेश्वर,हाथी पर श्री मनमहेश, गरुड़ रथ पर शिवतांडव, नंदी रथ पर उमा-महेश और डोल रथ पर होल्कर स्टेट के मुखारविंद,श्री घटाटोप मुखोटा,रथ पर श्री जटाशंकर,श्री रुद्रेश्वर स्वरूप,श्री चन्द्रशेखर स्वरुप व श्री सप्तधान का मुखारविंद शामिल रहेगा। भगवान महाकाल की शाही सवारी में शामिल होने के लिए प्रदेश के कई शहरों से भजन मंडलियां आएंगी। सवारी के साथ करीब 70 भजन मंडलियां, 5 से अधिक बैंड शामिल होंगे।
उज्जैन
बाबा महाकाल आज शाही स्वरूप में देंगे भक्तों को दर्शन
- 11 Sep 2023