1 करोड़ 80 लाख सरेंडर, इंदौर सहित प्रदेश के डीलरों व छोटे व्यापारियों को कच्चे बिलों पर बेचा सामान
इंदौर । वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा 1 सप्ताह से इंदौर और रतलाम की छह बायोडीजल कंपनियों पर की गई छापामार कार्रवाई में भारी फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है।विभाग द्वारा शुक्रवार को 1 करोड़ 80 लाख रुपए सरेंडर करवाए गए हैं। जांच की कार्रवाई अभी जारी है, जिसमें टैक्स चोरी की राशि और बढऩे की संभावना है।
जानकारी के अनुसार वाणिज्यिक कर विभाग ने पीवीसी पाइप, प्लास्टिक दाने व स्प्रिंकलर मशीन बनाने वाली दो कंपनियों पर छापामार कार्रवाई की है। प्रारंभिक छानबीन में करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी पकड़ी गई है। ज्वाइंट कमिश्नर आरके सलूजा के नेतृत्व में एंटी इवेजन विंग बी द्वारा पीवीसी पाइप, प्लास्टिक दाने, स्प्रिंकलर मशीन और ड्रिप सहित अन्य प्लास्टिक की मशीनों का निर्माण करने वाली रतलाम स्थित दो फैक्ट्रियों पर छापामार कार्रवाई की गई है। इस फैक्ट्री के पलासिया में कार्यालय पर भी टीम ने दबिश देकर भारी मात्रा में दस्तावेज जब्त किए हैं। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार इन दस्तावेजों की जांच में ही पता चला है कि दोनों कंपनियों द्वारा विभाग को अंधेरे में रखते हुए 12 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी की गई है।
प्रारंभिक जांच में ही यह खुलासा हुआ है कि इंदौर सहित पूरे प्रदेश के डीलरों व छोटे व्यापारियों को कच्चे बिलों पर सामान बेचा गया है कंपनी के दफ्तर से जब्त रिकार्डों व कच्चे बिलों की जांच में ये खुलासा हुआ कि दोनों कंपनियों ने इंदौर, धार, रतलाम, झाबुआ, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, आलीराजपुर, उज्जैन, देवास सहित प्रदेश के अन्य जिलों के डीलरों, व्यापारियों, थोक विक्रेता व बड़े किसानों को कच्चे बिलों के जरिए स्प्रिंकलर मशीनें, ड्रिप, पीवीसी पाइप व प्लास्टिक दाने सहित अन्य प्लास्टिक से तैयार माल बेचते हुए चूना लगाया है।
फर्जी बिलों से कारोबार, बायोडीजल भी बनाते हैं।
कार्रवाई में इन फर्मों से हजारों कच्चे व फर्जी बिल मिले। इन्होंने कच्चे बिलों के जरिए ही खरीदी-बिक्री कर विभाग को तगड़ा चूना लगाया है। जांच में यह भी पता चला है कि इनके द्वारा गुजरात से तो बायोडीजल मंगाया जा रहा है, वहीं बायोडीजल बनाने के लिए 2 कारखाने भी खोले हैं।
बायोडीजल कंपनियों से साढ़े छह करोड़ सरेंडर…और बढ़ेगी टैक्स चोरी की राशि
वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा 1 सप्ताह से इंदौर और रतलाम की छह बायोडीजल कंपनियों पर की गई छापामार कार्रवाई में भारी फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। इन कंपनियों ने गुजरात से बायोडीजल मंगाकर लगभग 40 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी की है। विभाग ने इन कंपनियों से चार दिन पहले सवा पांच करोड़ तथा शुक्रवार को 1 करोड़ 25 लाख रुपए सरेंडर करवाए हैं। जांच की कार्रवाई आगे भी जारी है, जिसमें टैक्स चोरी की राशि और बढऩे की संभावना है। उल्लेखनीय है कि इंदौर के पालदा व पीथमपुर के साथ ही रतलाम में तीन बायोडीजल फर्मों पर छापा मारा गया था। जांच में पता चला कि इन कंपनियों ने कई छोटी फर्में बनाते हुए स्थानीय डीलरों के साथ बायोडीजल के छोटे व्यापारियों को भी डीजल बेचकर करोड़ों रुपए की कर चोरी की है।
इंदौर
बायोडीजल कंपनियों पर छापा
- 14 Aug 2021