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भोपाल

बारिश-आज पूरे प्रदेश में स्ट्रॉन्ग सिस्टम

  • 03 Aug 2024

12 जिलों में भारी  का रेड अलर्ट, भोपाल समेत 35 जिलों में तेज पानी गिरेगा
भोपाल। मानसून ट्रफ, लो प्रेशर एरिया और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से मध्यप्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो गया है। शुक्रवार को प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ के हालात बन गए, जबकि कोलार, तवा, बरगी समेत 9 बड़े डैम के गेट खोलने पड़े।
ऐसा ही मौसम शनिवार को भी बना रहेगा। 12 जिले- सीहोर, रायसेन, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, डिंडौरी, अनूपपुर, श्योपुर और शिवपुरी में अति भारी बारिश का रेड अलर्ट है।
वहीं, भोपाल, जबलपुर समेत 23 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। इस तरह शुक्रवार को प्रदेश में 35 जिलों में भारी बारिश हो सकती है। यहां 4 इंच या इससे अधिक बारिश होने का अनुमान है। बाकी जिलों में भी तेज बारिश होने की संभावना है।
इसलिए स्ट्रॉन्ग सिस्टम बना
आईएमडी भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि झारखंड और पश्चिम बंगाल के आसपास साइक्लोनिक सर्कुलेशन लो प्रेशर एरिया बन गया है। मानसून ट्रफ इस लो प्रेशर एरिया के केंद्र से होते हुए सीधी, ग्वालियर यानी मध्यप्रदेश के उत्तरी हिस्से से गुजर रहा है। एक अन्य ट्रफ पूर्व-पश्चिम से होकर इन्हीं क्षेत्रों में एक्टिव है। दक्षिण-पश्चिमी हवाओं की बात करें तो इससे बराबर नमी आ रही है, जो प्रदेश को प्रभावित कर रही है।
इस वजह से गुरुवार देर रात से ही तेज बारिश जारी है, जो अगले 2 दिन तक होती रहेगी। इसके लिए मौसम विभाग ने अलर्ट भी जारी किया है। शनिवार को सिस्टम आगे बढ़ेगा। इससे दक्षिण और मध्य हिस्से को प्रभावित करेगा। इसलिए कई जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट है। लगभग पूरा प्रदेश तरबतर होगा। इस दौरान आकाशीय बिजली गिरने और बाढ़ आने की आशंका भी है।
सीधी में 3.7 इंच बारिश, रायसेन-सतना में 3 इंच पानी गिरा
प्रदेश में शुक्रवार को तेज बारिश का दौर जारी रहा। भोपाल और नरसिंहपुर में सवा इंच पानी गिर गया। सीधी में सबसे ज्यादा 3.7 इंच बारिश हुई। रायसेन और सतना में 3 इंच पानी गिर गया। पचमढ़ी, टीकमगढ़ में 1 इंच, रतलाम, उज्जैन और मलाजखंड में पौन इंच बारिश दर्ज की गई। बैतूल, नर्मदापुरम, धार, रीवा, उमरिया, गुना, इंदौर, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, दमोह, जबलपुर, खजुराहो, मंडला में भी बारिश का दौर चलता रहा।
छलक उठे एमपी के 9 बड़े डैम
गुरुवार रात से जारी बारिश शुक्रवार को भी होती रही। इस वजह से प्रदेश के 9 बड़े डैम छलक उठे। भोपाल का बड़ा तालाब फुल भर गया। इससे भदभदा डैम के 5 और कलियासोत डैम के सभी 13 गेट खोले गए। भोपाल के पास कोलार डैम के 8 में से 4 गेट खोलने पड़े। नर्मदापुरम में तवा डैम के 9 गेट, अशोकनगर में राजघाट के 8 गेट, जबलपुर में बरगी के 7 गेट, रायसेन के बारना डैम के 6 गेट, विदिशा में हलाली डैम के 2 गेट और छिंदवाड़ा में माचागोरा डैम के 4 गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है।
प्रदेश में 2.1 इंच बारिश ज्यादा
प्रदेश में जिस दिन से मानसून एक्टिव हुआ, तभी से तेज बरस रहा है। अब तक की बारिश के कोटे से 2.1 इंच ज्यादा पानी गिरा है। अब तक 18.5 इंच बारिश होनी चाहिए, लेकिन औसत 20.6 इंच पानी गिर चुका है, जो 12% अधिक है।
सिवनी में सबसे ज्यादा 32 इंच से ज्यादा बारिश
प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश सिवनी जिले में 32 इंच हो गई, जो कोटे की बारिश से करीब 10 इंच ज्यादा है। मंडला, नर्मदापुरम, भोपाल, रायसेन और छिंदवाड़ा ऐसे जिले हैं, जहां बारिश का आंकड़ा 25 इंच या इससे ज्यादा है। रीवा फिसड्‌डी जिला है, यहां 8 इंच बारिश ही हुई है। बता दें कि अब तक प्रदेश में ओवरऑल 12% बारिश ज्यादा हो चुकी है। इसमें पूर्वी हिस्से में 4% और पश्चिमी हिस्से में 18% ज्यादा पानी गिरा है।
इंदौर के तालाबों की स्थिति सुधरी:शहर में औसत से 7 इंच बारिश कम,
शहरी क्षेत्र में इस बार भले ही बारिश कम हुई है, लेकिन राहत की खबर यह है कि शहर को पीने का पानी देने वाले तालाबों के जलस्तर में सुधार हो रहा है। वजह यह है कि महू, देपालपुर, गौतमपुरा तरफ अच्छी बारिश हुई है। इससे इन तालाबों को भरने वाली चैनल में पानी आ गया है। अगस्त में 15-20 इंच पानी बरस गया तो सभी तालाब क्षमता के मुताबिक भर जाएंगे। यानी इतना पानी तालाबों में आ जाने से अगले मई-जून की गर्मी में भी ये साथ देंगे।बहरहाल, शुक्रवार को दिनभर शहर में रुक-रुक कर बारिश होती रही। कभी तेज तो कभी बूंदाबांदी का दौर चला। बंगाल की खाड़ी में एक सिस्टम सक्रिय हो रहा है, जो शनिवार से और असरदार हो जाएगा। इस सिस्टम से शहर में अगले तीन से चार दिन बारिश होती रहेगी। अब तक शहर में 14.3 इंच ही पानी बरसा है। जबकि 21 इंच तक पानी गिर जाना चाहिए था। यानी 2 अगस्त तक के औसत से यह करीब 7 इंच कम है।
रिमझिम के साथ 38 किमी की रफ्तार से चली हवा
शुक्रवार को दोपहर 3 बजे के बाद कई बार 38 किमी की रफ्तार से हवा चली। इसके साथ ही 10-12 मिनट तक तेज बारिश हुई। बादल भी इतने गहरे हो गए कि अंधेरा ही छा गया। सुबह साढ़े 8 से शाम 5 साढ़े पांच बजे तक 4.1 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई। दिनभर बारिश होने के कारण तापमान में गिरावट आई है। अधिकतम तापमान 26.5 डिग्री रहा। यह सामान्य से 5 डिग्री कम रहा। जबकि न्यूनतम तापमान 22.4 डिग्री दर्ज किया गया।