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भोपाल

बारिश से टला सूख का खतरा,22 तक जारी रहेगा बौछार का सिलसिला

  • 14 Sep 2023

भोपाल।  मध्यप्रदेश में अगस्त का महीना सूखा गुजरने से समस्याएं बढ़ गई थीं। लेकिन सितंबर शुरू होते ही मानसून मध्यप्रदेश पर मेहरबान है। सितंबर में प्रदेश के लगभग सभी जिलों में हो रही बारिश ने सूखे के संकट को टाल दिया है। हालांकि बारिश का सिलसिला कई जिलो में थोड़ा कमजोर पड़ा है। मौसम विभाग के अनुसार अभी कोई मजबूत वेदर सिस्टम के सक्रिय ना होने के चलते प्रदेश में अगले 2 दिन तक हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। लेकिन बुधवार शाम तक बंगाल की खाड़ी में एक लो प्रेशर एरिया के सक्रिय होते ही प्रदेश में अगले दो दिन में फिर से एक बार तेज बारिश होने की संभावना है।
गुरुवार को जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा तो भोपाल, उज्जैन, सागर, शहडोल संभाग के जिलों में तेज बौछारें पड़ने के आसार हैं। नए सिस्टम के प्रभाव से 15 सितंबर से 21 सितंबर तक प्रदेश में तेज बारिश का दौर फिर शुरू हो सकता है, जो 22-23 सितंबर तक जारी रह सकता है।
22 सितंबर तक जारी रहेगा बारिश का दौर-
मप्र मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती का घेरा बना है। जिससे पश्चिमी मप्र में मध्यम से तेज वर्षा होने का अनुमान है। वहीं इंदौर सहित प्रदेशभर में 15 से 18 सितंबर के बीच अच्छी वर्षा होने की संभावना हैं। नई मौसम प्रणाली के प्रभाव से 21-22 सितंबर तक बार?िश का दौर जारी रह सकता है। ग्वालियर-चंबल और जबलपुर में 13-14 सितंबर से बंगाल की खाड़ी में सक्रिय होने वाले नए चक्रवाती घेरे के प्रभाव से मौसम में बदलाव आएगा और 18 सितंबर तक वर्षा का दौर चलेगा।
अब भी 12 प्रतिशत कम वर्षा, रेड जोन में 19 जिले
मप्र में अबतक तय आंकड़े से 12प्रतिशत कम बारिश हुई है, जिसके चलते 19 जिले रेड जोन में है। पूर्वी हिस्से में 10 प्रतिशत कम और पश्चिमी हिस्से में औसत 14 प्रतिशत बारिश कम हुई है। 1 जून से 12 सितंबर तक औसत 30.23 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि 34.19 इंच बारिश होना चाहिए थी।