बालाघाट। जिले के बिरसा, किरनापुर तथा रूपझर में एक-एक कर हुई नक्सली वारदातों और नक्सलियों के शुक्रवार (आज) के एक दिनी बंद के आव्हान को देखते हुए बालाघाट जिले में 48 घंटों के लिए हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। स्थिति पर नियंत्रण, नक्सली वारदातों की रोकथाम, विकास कार्यों में नक्सलियों द्वारा डाले जा रहे विध्न तथा मध्यप्रदेश सहित महाराष्ट्र व छत्तीसगढ़ में नक्सलियों द्वारा घोषित बंद के आव्हान के दौरान आपात स्थिति से निपटने 200 अतिरिक्त जवान भी बालाघाट पुलिस को मुहैया कराए गए हैं। एसपी अभिषेक तिवारी ने कहा कि हमारी पुलिस हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है। नक्सलियों की धमकी के आगे न तो झुका जाएगा और न ही कोई काम रोका जाएगा। विकास कार्य अनवरत जारी रहेंगे और विकास कार्यों में लगी मशीनरी व मानव संसाधन सहित ठेकेदारों की पुलिस रक्षा करेगी।
अतिरिक्त बल पहुंचा
एसपी ने बताया कि 200 अतिरिक्त जवानों का बल बालाघाट पहुंच चुका है। ये जवान गुरुवार रात से ही शासन व पीएचक्यू के दिशा-निर्देश के अनुसार जिले के संवेदनशील इलाकों में तैनात कर दिए गए हैं। जिले भर में वर्तमान में लगभग 200 स्थानों पर सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि सर्चिंग पार्टी और जवान क्षेत्रों में लगातार सर्च कर रहे हैं।
तीन राज्यों में बंद के आव्हान के बीच तीसरी घटना
मलाजखंड, टाडा दलम सहित मप्र, महाराष्ट्र व छत्तीसगढ़ जोनल कमिटी के नक्सलियों द्वारा उनके प्रमुख नेता जीवा दादा उर्फ मिलिंद तेलतुंबड़े सहित 26 नक्सलियों की हत्या के विरोध में 10 दिसंबर को मप्र सहित तीन राज्यों के बंद के आव्हान के बीच 30 से अधिक नक्सलियों के एक समूह ने बुधवार देर रात रूपझर थाने के ग्राम बिठली से पाथरी के बीच हर्रानाला के पास आगजनी की बड़ी घटना को अंजाम दिया। हथियारबंद नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ के ठेकेदार राजेश अग्रवाल के प्लांट, एक जेसीबी, एक मोटरसाइकिल तथा रोड रोलर सहित कैंप के ऑफिस को आग के हवाले कर दिया। घटना को अंजाम देने के बाद वे प्लांट में काम कर रहे मजदूरों के हाथों में पर्चे थमा कर भाग गए।
बघेल ने कहा नो कमेंट्स, दिग्विजय ने कहा - समस्या का निदान बातचीत से ही संभव
लगातार हो रही नक्सली घटनाओं के बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह गुरूवार को करीब 45 मिनट किरनापुर में रहे। वे यहां एक विवाह समारोह में शामिल होने आए थे। छग के सीएम भूपेश बघेल ने मीडिया को किसी भी मामले में कोई स्टेटमेंट नहीं दिया। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह जरूर लगातार हो रही नक्सली गतिविधियों पर खुल कर बोले। दिग्विजय ने कहा कि नक्सली समस्या का निदान केवल बातचीत से ही संभव है। उन्होंने नक्सलियों से हथियार व हिंसा का रास्ता छोड़ कर, भारत के संविधान की शपथ लेकर, भारतीय संविधान के अंतर्गत चुनाव लडऩे और जनता के बीच काम करने का आव्हान किया।
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बालाघाट में 48 घंटे के लिए हाईअलर्ट
- 10 Dec 2021