श्योपुर में लोग बोले- रात में संभलने का मौका नहीं मिला, अधिकारी देखने तक नहीं आए
गुना/श्योपुर। श्योपुर जिले के बड़ौदा में आई बाढ़ ने लोगों का जीवन बेपटरी कर दिया। यहां 24 घंटे में 13 इंच बारिश के कारण नाला उफान पर आ गया। शुक्रवार-शनिवार की रात 100 से ज्यादा घरों में 10 फीट तक पानी भर गया था।
शनिवार शाम बाढ़ का पानी तो उतर गया। इसके बाद लोग जिंदगी को पटरी पर लाने की कोशिश करते रहे। घरों में बबार्दी के निशां बाकी हैं। लोग अपनी गृहस्थी समेटने में जुटे हैं। इस दौरान लगातार सिस्टम को भी कोस रहे हैं। उनका कहना है कि नगर परिषद ने अतिक्रमण हटाने और बारिश से पहले नाले की सफाई पर ध्यान दिया होता, तो यह नौबत न आती।
सड़कों पर कीचड़, दुकानों में भरा पानी
शाम करीब 5 बजे। बड़ौदा में घुसते ही बाढ़ का एहसास हो जाता है। सड़कों पर कीचड़ है। कई सड़कों का पानी पूरी तरह उतरा भी नहीं है। घरों के अंदर कीचड़ जमा है। लोग अपने घर का सामान और गृहस्थी समेट रहे थे। दुकानों के अंदर पानी जमा है। अंदर सामान तैर रहा है। गलियां भी कीचड़ से सनी थीं। लोग इसी कीचड़ में से होकर निकल रहे थे। लोगों के घर सामान बेकार हो गया था।
रात 2 बजे आया पानी, बच्चों को छत पर भेजा
ओमप्रकाश का घर गली की शुरूआत में ही है। उन्होंने बताया कि रात करीब दो बजे अचानक बाढ़ का पानी आया। पानी सीधा घरों में घुसते चला गया। संभालने का मौका नहीं मिला। सबसे पहले, बच्चों को ऊपरी मंजिल पर भेजा। फिर जितना हो सका बिस्तर, कपड़े, किचन का सामान समेटा। सामान को पहली मंजिल पर भेजा। सभी लोग ऊपरी मंजिल पर गए, तब जाकर पानी से बच पाए। रातभर जागते रहे। सुबह जब पानी उतरा, तो नीचे आकर देखा। सामान पूरी तरह भीग गया था। बिखरा हुआ पड़ा था। किचन के मसाले, आटा समेत अन्य सामान भीग गया, जिसे फेंक दिया।
गुना
बाढ़ का पानी उतरा, घरों में कीचड़-गंदगी जमी
- 08 Jul 2024