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बरादर की अगुवाई में बनेगी तालिबानी सरकार

  • 04 Sep 2021

नई दिल्ली. अफगानिस्तान में तालिबान की नई सरकार का आज ऐलान होने जा रहा है. मुल्ला बरादर की अगुवाई में नई सरकार में किसे जगह मिलेगी, ये भले साफ नहीं हो पाया है, लेकिन कुछ चेहरे नई तालिबानी सरकार में नजर आ सकते हैं. 
बताया जा रहा है कि तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर का बेटा मुल्ला मोहम्मद याकूब, शेर मोहम्मद अब्बास स्टेनकजई भी नई सरकार में अहम पदों पर होंगे. नई तालिबान सरकार के गठन को लेकर जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक शेर अब्बास स्टेनकजई को विदेश मंत्री बनाया जा सकता है.
हामिद करजई को मिल सकती है जगह
बरादर सरकार में बाकी नेताओं की क्या भूमिका होगी इस पर भी लगातार मंथन जारी है. देखना ये भी होगा कि क्या पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई और पूर्व मुख्य कार्यकारी डॉ अब्दुल्ला अब्दुल्ला जैसे नेताओं को सरकार में शामिल किया जाता है या नहीं. इन दोनों नामों पर अभी पिक्चर साफ होनी बाकी है.
इन विभागों को लेकर अनबन जारी
तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर के बेटे मुल्ला याकूब और सिराजुद्दीन हक्कानी के बीच सैनिकों और हथियारों के नियंत्रण को लेकर अनबन की खबरें हैं. खुफिया अधिकारियों के मुताबिक न्याय, धार्मिक मामलों और आंतरिक सुरक्षा विभागों को लेकर दोनों में मतभेद है. 
पंजशीर पर कब्जे का दावा
सरकार के गठन से कुछ समय पहले तालिबान ने पंजशीर घाटी पर भी कब्जा करने का दावा किया है. हालांकि, पूर्व उप-राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने तालिबान के दावे के दावे को खारिज कर दिया है. अमरुल्ला सालेह ने कहा, 'कुछ मीडिया में ऐसी खबरें चल रही हैं कि मैं अपने देश से भाग गया हूं. यह बिल्कुल निराधार है. यह मेरी आवाज है, मैं आपको पंजशीर घाटी से, अपने बेस से बोल रहा हूं.' 
भारत में अल्पसंख्यकों पर की टिप्पणी
नई सरकार के गठन से पहले तालिबान ने भारत को लेकर बड़ा बयान दिया है. तालिबानी प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने भारत में (मुस्लिम) अल्पसंख्यकों को लेकर टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि अगर आप (भारत) मेरे देश अफगानिस्तान में अल्पसंख्यकों के लिए आवाज उठाने का अधिकार खुद को देते हैं तो हमें भी आपके देश में अल्पसंख्यकों के लिए आवाज उठाने का अधिकार क्यों नहीं होना चाहिए? तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन का ये बयान तब आया है जब अफगानिस्तान में तालिबान सरकार बनने जा रही है. अब सबकी नजर इस बात पर है कि अफगानिस्तान की नई सरकार का क्या स्वरूप होगा.


साभार- aajtak.in