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DGR विशेष

बसों से अवैध वसूली करनेवाले शक्स का कहना है कि परदेशीपूरा थाने और साउथ तुकोगंज थाने की साठगांठ से चलती है अवैध वसुली

  • 01 Oct 2021


छोटी ग्वालटोली थाने की पुलिस भी है शामिल ,फिक्स करते है रेट
50 और 20 रुपये के हिसाब से लेते है पैसे,एस.पी ऑफिस तक बांटा जाता है पैसा।
बस के ड्राईवर और कंडेक्टर द्वारा पैसे नही देने पर कर जाते है कार्यवाही।
DGR स्ट्रिंग स्पेशल 
इंदौर। वैसे तो इंदौर की नगर निगम और थाने के अफसरो ने भूमाफियाओ के खिलाफ जंग छेडी हुई है। पर  पुलिस विभाग में पदस्थ व्यक्तियो की जांच कौन करवाएगा जो खुद अपने खुफिया लोगो को रख कर 30 और 50 रूपए के रूप मे सेकड़ो बसो से पैसे वसूल करवाते है ।
बात कुछ इस प्रकार है की इन बीट प्रभारी आरक्षको ने बसों की अवैध वसूली के लिये बाहरी लोगो को रखा है । ये लोग शिफ्ट मे वसूली करते हैं, और सुबह 12 बजे से रात 10 बजे तक अवैध वसूली की जाती है। बसों के रेट कुछ इस प्रकार पुलिस के बीट प्रभारीयो द्वारा तय किये गये हैं। राजकुमार ब्रिज के पास उज्जैन जाने वाली खडी बसो से बीस और राजकुमार मंडी के पास खडी स्लीपर बस वालो से पचास रुपये और छोटी ग्वाल टोली थाना क्षेत्र मे ब्रिज के नीचे से 150 से 200 रुपये तक लेकर बीट प्रभारीयो को देते है। जिसके बदले मे बीट प्रभारी इन बाहरी व्यक्तियो को काम करने के दो सौ रुपये दिन के हिसाब से देते है । 
हद तो तब हो गयी जब व्यक्ती ने कहा की मंडी तरफ परदेशीपूरा थाने के लिये और ब्रिज तरफ साउथ तुकोगंज थाने के लिये पैसे बस वालो से अवैध वसूली की जाती हैं।जब उस व्यक्ति को बोला गया कि आप हमारी बात उन पुलिस वाले से करवाये जो ये पैसे आपसे लेने आते है।तब उस व्यक्ती ने वहां खड़ी एक बस के  ड्राईवर से पुलिस कर्मचारी की बात करवाई। तो बस वाले ने पैसा ना होने की बात उस कर्मचारी से की , पर कर्मचारी तो कर्मचारी है उनका कहना था की क्या तुम्हारे पास तीस रुपये भी नही है।इसका वीडीयो भी डिटेक्टिव ग्रुप रिपोर्ट की टीम ने कैप्चर कर लिया है।
बसो  से अवैध वसूली करनेवाले शक्स ने बताया की परदेशीपूरा थाने क्षेत्र के आरक्षक जिनकी बीट होती है वो पैसे लेने दुकान मे आते है जो की राजकुमार मंडी के निकट स्थित है ।  शख्स का कहना था साहब हम तो नौकर आदमी है, हमे दौ सौ रुपए दिन के उनके द्वारा अवैध वसूली करने के दिये जाते है । व्यक्ति का कहना था अगर पैसे नही दो तो हमारे ऊपर ही खज्वा जाते है आरक्षक,, व्यक्ति ये भी बोल पडा की छोटी ग्वालटोली थाने क्षेत्र मे खडी बस के तो डेढ सौ से दौ सौ रुपए होते है साहब।जब एक दिन मे ही अवैध वसूली के 200 रुपए वसूली करनेवाले शख्स को देते हैं तो,ये खुद सेकड़ों बसो के कितने रुपए खुद रखते हैं और किस किस अधिकारी को कितने रुपये देते हैं।
बस चालको द्वारा अगर पैसा नही दे तो कुछ ना कुछ कार्यवाही हो जाती है। आखिर जनता के टैक्स से बनायी गयी रोड पर खडी बसो से क्यो की जा रही है अवैध वसूली और सालो से चलते आ रहे इस अवैध वसूली की सूचना क्या अधिकारीयो को नही थी ।
वैसे तो ये अवैध वसूली का सिलसिला सालो से चला आ रहा है । पर देखना अब ये होगा की इंदौर पुलिस विभाग के उच्च अधिकारी  द्वारा क्या जांच बैठाई जाती है या फिर ये सिलसिला आगे भी ऐसा ही चलते रहेगा।अवैध वसूली के बारे मे परदेशीपुरा थाना सी एस पी से बात की गईं थी, बाकी दोनो थानो।के अधिकारीयो से सम्पर्क नही हो पाया।
वर्जन-अभी हमारे पास ऐसी कोई शिकायत नही आई है,और ऐसा कुछ है या हो रहा है तो उसकी बकायदा जांच कर पुष्टि कर दी जाएगी।
निहित उपाध्याय
सीएसपी (परदेशीपुरा थाना)

खुद को पुलिस का खुफिया एजेंट बताने वाला कथित व्यक्ति
समाचार पत्र की टीम के पास बातचीत का वीडियो उपलब्ध है