इंदौर। बुजुर्ग दम्पति की पीड़ा हरने लगातार हर सप्ताह पुलिस पंचायत आयोजित होती है। इसमें दोनों पक्षों को सुनकर यथोचित निर्णय लिया जाता है। 98 फीसदी मामलों का पटाक्षेप समझाइश पर हो जाता है। बुधवार को पंचायत ने तीन प्रकरणों का मौके पर निराकरण किया। एक मामले में बहू ने दम्पति को दहेज के झूठे प्रकरण में फंसा दिया था। पंचायत ने बहू को समझाइश दी और समझौता कराकर दम्पति के साथ खुशी-खुशी घर लौटा दिया। पंचायत के नोडल अधिकारी डॉ. प्रशांत चौबे को चंदन नगर थाना क्षेत्र के बुजुर्ग दंपत्ति ने बताया कि उनकी बहू परेशान करती है। बहू दहेज की झूठी रिपोर्ट लिखवाकर उन्हें बंद भी करा चुकी है। समझाइश के बाद बहू ने अपनी गलती को स्वीकार की।
भानजे ने रख लिए सभी दस्तावेज
75 वर्षीय बुजुर्ग ने बताया कि वहां सोमनाथ की जूनी चाल में भानजे के साथ रहते थे, इसलिए उन्होंने बैंक पासबुक, आधार कार्ड, परिचय पत्र भानजे के पास रख दिए थे, ताकि वह गुम नहीं हो। मांगने पर भानजे द्वारा दस्तावेज नहीं दिए गए। आधार कार्ड नहीं होने से उन्हें वैक्सीन भी नहीं लग पा रही थी। पंचायत ने भानजे को समझाइश दी।
देवर कहता है बाहर निकल जाओ
70 वर्षीय बुजुर्ग ने बताया कि उनके पति की मृत्यु को 6 साल हो गए हैं। देवर ने लगा मकान अपने नाम करा लिया है और वह कहता है कि तुम घर से बाहर निकलो। पंचायत ने समस्या सुनी तथा अगले बुधवार देवर को बुलाया।
बहू ने माफी मांगी
80 वर्षीय बुजुर्ग दंपत्ति ने बताया कि कि बेटे की मृत्यु को 12 साल हो चुके हैं। बहू उन्हें दहेज के झूठे केस में फंसाने की धमकी देती है। बहू को समझाइश दी कि वह सास-ससुर के साथ ऐसा व्यवहार नहीं कर सकती है। पहले ही वे अपना बेटा खो चुके हैं तथा अब घर की जिम्मेदारी बहू पर है। समझाइश पर बहू ने माफी मांगी।
इंदौर
बहू ने दम्पति को दहेज के झूठे प्रकरण में फंसाया, पुलिस पंचायत में समझाइश के बाद समझौता
- 23 Dec 2021