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बड़वानी

बड़वानी के कई गांवों पर डूब का खतरा, खतरे के निशान से 18 मीटर ऊपर बह रही नर्मदा नदी

  • 18 Sep 2023

बड़वानी। प्रदेश सहित बड़वानी जिले में भी भारी बारिश का दौर जारी है। नर्मदा नदी खतरे के निशान 123.300 से 18 मीटर ऊपर 141 मीटर पर बह रही है। जिससे सरदार सरोवर बांध के बैकवाटर से नर्मदा पट्टी के गांवों में डूब का खतरा मंडराने लगा है। बड़वानी जिले के राजघाट, कसरावद, जंगरवा, पिछोडी, कुंडीया, धनोरा, चिपा खेड़ी, अवलदा, भिलखेड़ा, भवती, बिजासन सहित आसपास के गांवों में सबसे ज्यादा असर देखने को मिला है। यहां बाढ़ में 5 गांव टापू बन गए हैं। शनिवार रात को यहां के ग्रामीणों को घर-सामान को छोड़कर अन्य स्थानों पर शरण लेना पड़ी।
रात 12 तब गांवों में रही मेधा पाटकर
बड़वानी जिले की अंजड़ तहसील के छोटा बड़दा गांव को प्रशासन ने खाली कराया है। प्रभावितों को पुनर्वास स्थल भेजा गया, जहां सुविधाएं नहीं मिलने से लोग परेशान होते रहे और पूरी रात सो नहीं पाए। रविवार को ग्राम भवती के आक्रोशित डूब प्रभावितों ने पुतला दहन कर प्रदर्शन किया।
नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेत्री मेधा पाटकर भी रात 12 बजे तक डूब गांवों में रही। उनका आरोप है कि यह डूब गुजरात सरकार की सुनियोजित डूब है। सरदार सरोवर के 17 मीटर ऊंचे गेट बंद हैं। हम लगातार गेट खोलने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नर्मदा बैकवाटर के सभी गांव जलमग्न हैं ओर पुनर्वास स्थलों पर कोई सुविधाएं भी नहीं हैं।
ग्राम भवती में प्रभावितों ने किया प्रदर्शन
जिले के ग्राम भवति में बाढ़ प्रभावितों ने सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, और पुतला बनाकर अर्थी निकाली। ग्रामीणों का कहना है कि हमें पता ही नहीं था कि हम भी डूब प्रभावित क्षेत्र में शामिल हैं।
खतरे के निशान से 18 मीटर ऊपर बह रही नर्मदा
बड़वानी जिले में नर्मदा नदी का खतरे का निशान 138.68 मीटर है। जबकि रविवार को नर्मदा का जलस्तर 142 मीटर पार हो गया है। यह खतरे के निशान से 18 मीटर ऊपर है। ग्रामीणों का कहना है कि भवति कभी भी डूब क्षेत्र का हिस्सा नहीं रहा। इस वजह से 25 से 30 परिवार के लोग बिना बिजली पानी टीन शेडों में रहने को मजबूर हैं।