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भोपाल

भाजपा का आॅपरेशन यादव शुरू, बिहार जाएंगे सीएम

  • 12 Jan 2024

18 को पटना में डॉ. मोहन का सम्मान; बिहार के 14% यदुवंशियों को साधने की कवायद
भोपाल। बीजेपी ने एमपी में शिवराज सिंह चौहान की जगह डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर यूपी-बिहार में यादव वोटर्स को साधने की कोशिश की है। बीजेपी ने इस पर काम भी शुरू कर दिया है। सीएम डॉ. मोहन 18 जनवरी को बिहार की यात्रा पर जाएंगे। पटना में उनका अभिनंदन समारोह रखा गया है। बिहार की आबादी में 14 प्रतिशत यादव हैं। यदुवंशियों को बीजेपी के पाले में लाने की कोशिश में डॉ. मोहन मुख्य चेहरा होंगे।
लंबे समय से बिहार में लालू यादव परिवार काबिज है। वर्तमान में आरजेडी, जदयू, कांग्रेस के गठबंधन वाली सरकार है। बीजेपी लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में एमपी के सीएम डॉ. मोहन को मोर्चे पर तैनात करने जा रही है। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के वोट बैंक में सेंधमारी के लिए डॉ. मोहन को बिहार से बुलावा भेजा गया है।
बिहार बीजेपी के प्रवीण चंद्र राय ने बताया कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के पटना आगमन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। संभावित कार्यक्रम के मुताबिक एयरपोर्ट पर डॉ. मोहन का जोरदार स्वागत किया जाएगा। इसके बाद वे सीधे श्रीकृष्ण मेमोरियल  हॉल जाएंगे। यहां श्रीकृष्ण चेतना मंच द्वारा आयोजित अभिनंदन कार्यक्रम में उनको सम्मानित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में बिहार के यादव समाज के बड़े नेता और पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
बिहार की आबादी में यदुवंशियों की 14% हिस्सेदारी
बिहार की नीतीश सरकार द्वारा कराई गई जातिगत जनगणना के आंकडे़ पिछले साल जारी किए गए थे। जातिगत जनगणना की रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में अत्यंत पिछड़ा वर्ग 36%, अन्य पिछड़ा वर्ग  27% हैं। सबसे ज्यादा 14.26% यादव हैं। ब्राह्मण 3.65%, राजपूत (ठाकुर) 3.45% हैं। सबसे कम संख्या 0.60% कायस्थों की है। बिहार की जनसंख्या 13 करोड़ 7 लाख 25 हजार 310 है। इसमें 2 करोड़ 83 लाख 44 हजार 160 परिवार हैं। अनुसूचित जाति 19.65%, अनुसूचित जनजाति 1.68% और सामान्य वर्ग 15.52% है।
यूपी से भी सीएम डॉ. मोहन को आ रहे बुलावे
एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव को उत्तर प्रदेश के भी अलग-अलग इलाकों से कार्यक्रमों के आमंत्रण आ रहे हैं, लेकिन लगातार व्यस्तताओं के चलते फिलहाल यूपी का प्रोग्राम नहीं बनाया है। लखनऊ या झांसी में भी जल्द ही सीएम डॉ. मोहन का अभिनंदन समारोह आयोजित किया जा सकता है।
यूपी में भी 11 फीसदी यादव
80 लोकसभा सीटों पर उत्तर प्रदेश में उरऊर के आंकड़ों के मुताबिक, ओबीसी जातियों में यादवों की आबादी कुल 20% है, जबकि राज्य की आबादी में यादवों की हिस्सेदारी 11 फीसदी है, जो सपा का परंपरागत वोटर माना जाता है। गैर-यादव में ओबीसी जातियों में सबसे ज्यादा कुर्मी-पटेल 10%, कुशवाहा-मौर्या-शाक्य-सैनी 6%, लोध 4%, गडरिया-पाल 3%, कुम्हार/प्रजापति-चौहान 3 %, राजभर 2 और गुर्जर 2% हैं। सरकारी तौर पर जातीय आधार पर कोई आधिकारिक आंकड़ा मौजूद नहीं है, लेकिन अनुमान के मुताबिक, यूपी में 52 प्रतिशत ओबीसी वोट बैंक है। इस ओबीसी समाज में 79 जातियां हैं, जिनमें सबसे ज्यादा यादव और दूसरे नंबर कुर्मी समुदाय है।