अफगानिस्तान में तालिबान का राज स्थापित हो चुका है। इस कठिन वक्त में राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग चुके हैं और सरकार में शामिल रहे बचे हुए लोग जैसे-तैसे निकलने की जुगत में हैं। यहां तक की अमेरिका भी अब तालिबान से मुकाबले की बजाय अपने और दुनिया भर के नागरिकों को निकालने पर ही फोकस कर रहा है। काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास से उसका झंडा हट चुका है और सभी कर्मचारी देश छोड़ने के लिए काबुल एयरपोर्ट पर मौजूद हैं। इस बीच अमेरिका ने 1,000 और सैनिकों को काबुल भेजने का फैसला लिया है।
इससे पहले 5,000 सैनिकों को भेजा गया था। इस तरह से कुल 6,0000 सैनिक काबुल एयरपोर्ट की सुरक्षा करेंगे। सऊदी अरब, अमेरिका, न्यूजीलैंड, ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया समेत दुनिया भर के तमाम देशों ने काबुल में अपने दूतावास को बंद कर दिया है और पूरा फोकस अपने लोगों को निकालने पर ही है।
साभार- लाइव हिन्दुस्तान
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भीड़ के चलते काबुल एयरपोर्ट से फ्लाइट्स का संचालन बंद
- 16 Aug 2021