Highlights

भोपाल

भोपाल-इंदौर समेत आधे प्रदेश से मानसून विदा, पूर्वी हिस्से से 10 अक्टूबर तक लौटेगा

  • 07 Oct 2024


भोपाल ,(एजेंसी)। प्रदेश के आधे हिस्से यानी भोपाल-इंदौर समेत 28 जिलों से मानसून की विदाई हो गई है। ये सभी जिले पश्चिमी हिस्से के हैं। इससे यहां ठंड की दस्तक देने तक सूरज के तेवर तीखे रहेंगे। वहीं, पूर्वी हिस्से से 10 अक्टूबर तक मानसून लौटेगा। ऐसे में कुछ जिलों में बूंदाबांदी होने का अनुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार, 4 अक्टूबर को बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) सक्रिय हो गया है। वहीं, साइक्लोनिक सकुर्लेशन सिस्टम भी एक्टिव है। इस वजह से पूर्वी हिस्से में हल्की बौंछारें गिर रही हैं। 5-8 अक्टूबर को मंडला समेत अन्य जिलों में बूंदाबांदी हुई थी। दूसरी ओर, पश्चिमी हिस्से में गर्मी है। ऐसा ही मौसम अगले चार से पांच दिन तक और बना रहेगा। लो प्रेशर एरिया सिस्टम के लौटने के बाद पूर्वी हिस्से से भी मानसून विदाई ले लेगा।
कब, किन जिलों से विदा हो चुका मानसून
2 अक्टूबर: ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी और श्योपुर।
5 अक्टूबर : नीमच, मंदसौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, आगर, शाजापुर, भोपाल, सीहोर, विदिशा, रायसेन, राजगढ़, गुना, अशोकनगर, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, इंदौर, खरगोन, खंडवा, हरदा, नर्मदापुरम, सागर, दमोह, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर और पन्ना जिले।
खजुराहो में तीसरे दिन भी 36 डिग्री टेम्प्रेचर
मानसून के लौटने से प्रदेश के कई जिलों में गर्मी का असर बढ़ा है। शनिवार को छतरपुर जिले के खजुराहो में पारा 36.8 डिग्री सेल्सियस रहा। लगातार तीसरे दिन पारा 36 डिग्री के पार रहा है। इसी तरह गुना में 35.6 डिग्री, दमोह में 35.4 डिग्री रहा। इससे अक्टूबर में मार्च-अप्रैल जैसे मौसम का अहसास हुआ।
इन जिलों में बूंदाबांदी के आसार
पूर्वी हिस्से में सिस्टम की एक्टिविटी होने से अगले तीन-चार दिन तक मंडला, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, डिंडौरी और अनूपपुर समेत अन्य जिलों में बूंदाबांदी और गरज-चमक की स्थिति बन सकती है। रविवार के लिए पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहने का अनुमान है।
मानसून के लौटने से प्रदेश के कई जिलों में गर्मी का असर बढ़ा है। शनिवार को छतरपुर जिले के खजुराहो में पारा 36.8 डिग्री सेल्सियस रहा। लगातार तीसरे दिन पारा 36 डिग्री के पार रहा है। इसी तरह गुना में 35.6 डिग्री, दमोह में 35.4 डिग्री रहा। इससे अक्टूबर में मार्च-अप्रैल जैसे मौसम का अहसास हुआ।
2 अक्टूबर: ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी और श्योपुर।
5 अक्टूबर : नीमच, मंदसौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, आगर, शाजापुर, भोपाल, सीहोर, विदिशा, रायसेन, राजगढ़, गुना, अशोकनगर, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, इंदौर, खरगोन, खंडवा, हरदा, नर्मदापुरम, सागर, दमोह, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर और पन्ना जिले।
नवरात्रि-दशहरे तक ऐसा ही मौसम
पिछले 2 साल से नवरात्रि और दशहरे पर बारिश हो रही है, लेकिन इस बार ऐसा होने का अनुमान नहीं है। 10 अक्टूबर तक ज्यादातर जिलों से मानसून लौट जाएगा। सबसे आखिरी में पूर्वी हिस्से यानी- जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग से मानसून विदा होगा।
20 अक्टूबर से बढ़ेगी ठंडक
मौसम विभाग के अनुसार, 20 अक्टूबर तक प्रदेश में ठंडक बढ़ने का अनुमान है। रात में पारा 20 डिग्री के नीचे पहुंच सकता है। हालांकि, दिन में तापमान 33-34 डिग्री के बीच ही रहेगा। अक्टूबर के आखिरी में दिन के तापमान में भी गिरावट होने लगेगी।
इस बार मंडला में सबसे ज्यादा बारिश
प्रदेश में इस साल 44.1 इंच बारिश हुई है। बारिश के मामले में जबलपुर संभाग सबसे आगे रहा है। मंडला जिले में सबसे ज्यादा बारिश हुई। यहां 60.6 इंच से ज्यादा पानी गिर गया। सिवनी में 56.8 इंच पानी गिरा। श्योपुर, निवाड़ी और राजगढ़ में 52 इंच से अधिक बारिश हुई है। सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-10 जिलों में भोपाल, सागर, अलीराजपुर, डिंडौरी और छिंदवाड़ा जिले शामिल हैं।
सभी डैम-तालाबों में अच्छा पानी
इस मानसूनी सीजन में प्रदेश के करीब ढाई सौ में से 200 डैम फुल हो चुके हैं। बरगी, बाणगंगा, ओंकारेश्वर, इंदिरा सागर, तवा, कलियासोत, केरवा, भदभदा समेत कई डैम ऐसे हैं, जिनके गेट सीजन में 6 से 10 बार या इससे अधिक खुल चुके हैं।