हिंदू महासभा बोली-यह मैच भारतीयों का अपमान, एसपी बोले-ग्वालियर की छवि बिगडऩे नहीं देंगे
ग्वालियर। ग्वालियर में कल यानी 6 अक्टूबर को होने जा रहे भारत-बांग्लादेश टी-20 मैच का हिंदू महासभा कड़ा विरोध कर रही है। हिंदू महासभा का कहना है कि बांग्लादेश में बने हालात में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं। महिलाओं के साथ गलत काम हो रहे हैं। बांग्लादेश ने अपने राजदूत वापस बुला लिए हैं। ऐसे में भारत, बांग्लादेशियों के साथ क्रिकेट मैच खेल रहा है। हिंदू महासभा ने मैच को भारत के हिंदुओं का अपमान बताया है। साथ ही मैच वाले दिन (छह अक्टूबर) को लश्कर के बाजार में बंद का आह्वान भी किया है।
इसके लिए लगातार हिंदू महासभा अन्य हिंदू संगठन को साथ लेकर बाजारों में व्यापारियों को पत्र भेज रही है। पत्र में लिखा है कि हिंदुओं के सम्मान के लिए 6 अक्टूबर को दोपहर 1 बजे तक बाजार बंद रखें। जबकि एसपी ग्वालियर का कहना है कि ग्वालियर की छवि को बिगडऩे नहीं देंगे। कुछ लोग विरोध में थे, लेकिन उनसे हमारी बात हो गई है।
अगस्त में मैच की घोषणा के साथ विरोध शुरू
अगस्त 2024 में भारत-बांग्लादेश के बीच टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट मैच इंदौर की जगह ग्वालियर में कराने की घोषणा की गई थी। मैच की घोषणा के साथ ही हिंदू वादी संगठन हिंदू महासभा ने विरोध शुरू कर दिया था। हिंदू महासभा ने 14 अगस्त को खून से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर इस मैच को रद्द करने के लिए कहा था। जिसमें 28 अगस्त तक मैच को रद्द करने की चेतावनी दी थी। इसके बाद से हिंदू महासभा लगातार प्रदर्शन कर इस मैच का विरोध कर रही है। इस बीच में कई रैलियां व सभाएं की गई।
विरोध के चलते मोती मस्जिद में बांग्लादेशी क्रिकेटर नहीं पढ़ सके नमाज
शुक्रवार को नमाज-ए-जुमा यानी जुमा की नमाज अदा करन के लिए बांग्लादेश के क्रिकेटर फूलबाग की मोती मस्जिद जाना चाहते थे। दोपहर में 1.30 बजे का समय भी तय हो गया था। फूलबाग पर पुलिस फोर्स भी तैनात कर दिया गया था, लेकिन तभी हिंदू महासभा ने विरोध करने का मन मनाया। इसको देखते हुए बांग्लादेशी टीम का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। शहर काजी ने होटल में पहुंचकर बांग्लादेशी क्रिकेटर्स को नमाज-ए-जुमा कराई है।
ग्वालियर
भारत-बांग्लादेश मैच, विरोध में ग्वालियर के बाजार बंद का आह्वान
- 05 Oct 2024