हर साल दुनियाभर से अजीबोगरीब रिकॉर्ड बनते हैं, जो कि वैश्विक स्तर पर रिकॉर्ड किए जाते हैं। इन विश्व स्तरीय रिकॉर्ड को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में दर्ज किया जाता है। इस विश्व स्तरीय रिकॉर्ड के अंतर्गत कोई भी व्यक्ति, चाहे वह दुनिया के किसी भी कोने में हो, अपनी अनोखी प्रतिभा से दुनिया में इतिहास रच सकता है। भारतीय भी रिकॉर्ड बनाने में किसी से कम नहीं। भारत से कई भारतीयों ने अनोखे कार्य से अपना नाम वैश्विक स्तर पर प्रसिद्ध किया। कई भारतीयों में से एक नाम मध्य प्रदेश की महिला का है। वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में शामिल होकर इतिहास रचने वाली इस भारतीय महिला का नाम सीमा भदौरिया है। आइए जानते हैं सीमा भदौरिया के बारे में।
कौन हैं ?
सीमा भदौरिया मध्य प्रदेश के दतिया जिले की की रहने वाली हैं। सीमा भदौरिया के पिता का नाम कैलाश सिंह भदौरिया है, जो कि पेशे से बस कंडक्टर हैं। सीमा पढ़ाई में अधिक होनहार नहीं थीं, उन्होंने 18 साल की उम्र में 10वीं की पढ़ाई की। पांच भाई बहनों में सीमा सबसे छोटी हैं। उन्होंने कराटे और जूडो सीखा। सीमा महज 13 साल की उम्र में अपने क्षेत्र में मशहूर हो गईं, जब उन्होंने पड़ोसी की जीप को रस्सी में बांधकर दांतों से खींचा था।
उपलब्धि
26 जनवरी 1995 के कार्यक्रम में उन्होंने मेटाडोर को दांत से खींचकर पूरे शहर को हैरान कर दिया था। इसके बाद सीमाा कई बार मेटाडोर और छोटी ट्रक को खींचा करती थीं। उनकी एक कांग्रेस कार्यकर्ता रिश्तेदार ने तय किया कि वह सीमा को लाइमलाइट में लाएंगी। आरती ने रेलवे ऑथोरटी से अनुमति ली और ग्वालियर में सीमा ने 114 टन रेलवे इंजन को दांतों से खींचा।
बाद में उन्होंने दांतों से एयरक्राफ्ट को खींचकर पूरे भोपाल को हैरान कर दिया। एयरक्राफ्ट को खींचकर सीमा ने गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज कराया। एयरक्राफ्ट के अलावा सीना 450 टन भारी भरकम पानी का जहाज भी दांतों से खींच चुकी हैं।
साभार अमर उजाला