इनडोर, भोपाल, अहमदाबाद, जयपुर समेत अन्य प्रतिष्ठान शामिल
पुरे देश में 40 से ज़्यादा ठिकानों पर ऑपरेशन सर्च जारी…
मीडिया ग्रुप पर छापा Detective Group Report
गुरुवार को भास्कर मीडिया समूह पर आयकर विभाग की टीमों ने एक साथ छापे की कार्रवाई को अंजाम दिया इस दौरान भास्कर समूह के अग्रवाल बंधुओं से जुड़े पॉवर प्लॉंट, शुगर फ़ैक्ट्री, साल्वेंट ग्रुप, सहित कई व्यापारिक प्रतिष्ठानों को केंद्रीय जांच एजेंसियों ने निशाने पर लिया है ।
सूत्र बताते हैं कि केंद्रीय जॉंच एजेंसी को वित्तीय अनियमितता की सूचना मिली थी इसके बाद पूरी सुनियोजित प्लानिंग से भास्कर ग्रुप के देशभर के अनेक ठिकानों पर एक साथ छापे की कार्रवाई की गई जिसमें इंदौर और भोपाल के संस्थान प्रमुख रूप से शामिल किए गए थे इस पूरे ऑपरेशन पर दिल्ली/ मुबई से निगरानी की जा रही थी। पहले चर्चा यह चल पड़ी थी कि इसमें ईड़ी भी शामिल है। लेकिन बाद में पता चला कि
केंद्रीय एजेंसी ED फ़िलहाल छापेमारी में शामिल नहीं, है। भास्कर की तमाम कंपनियों के वित्तीय प्रबंधकों से पुछताछ चल रही है ।
गुरुवार सुबह इंदौर और भोपाल में स्थित दैनिक भास्कर ग्रुप एवं उसके एक दर्जन से ज़्यादा व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर इन्कम टैक्स ने कार्रवाई की है, इसके लिए भोपाल, जयपुर, अहमदाबाद समेत कई शहरों में आयकर जांच एजेंसी के सैकड़ों अफ़सर/कर्मचारी ने ऑपरेशन सर्च शुरू किया है।सर्च टीम भोपाल के अरेरा कॉलोनी में स्थित अग्रवाल बंधुओं यानि भास्कर के चेयरमेन सुधीर अग्रवाल, गिरीश और पवन अग्रवाल के घर सहित भास्कर के प्रमोटर्स के आवास और दफ़्तरों पर भी टीम पहुंची है। इसके लिए सर्च टीम का सहयोग सीआरपीएफ़ और स्थानीय मध्य प्रदेश पुलिस कर रही है।पूरा ऑपरेशन दिल्ली और मुंबई आयकर मुख्यालय से निगरानी की जा रही है। सूत्र बताते हैं कि दैनिक भास्कर से जुड़े तमाम व्यापारिक प्रतिष्ठान पावर प्लांट सहित कई कंपनियों में गंभीर वित्तीय अनियमितता एवं टैक्स चोरी की सुचना केंद्रीय जॉंच एजेंसी को मिली है । जिसकी गहन पड़ताल जारी है । इनकम टैक्स रेड से दैनिक भास्कर नागपुर, जबलपुर, रीवा, लखनऊ वाले अन्य भास्कर समुह के ही अग्रवाल बंधुओं का ग्रुप मुक्त है। छापे की इस कार्रवाई को अब राजनीतिक रूप भी दिया जा रहा है दैनिक भास्कर पर छापे के मुद्दे पर राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने भी जमकर विरोध दर्ज किया है। विरोध, हंगामे के बाद सभा 12 बजे तक स्थगित कर दी गई थी यहां सबसे पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजयसिंह ने मुद्दा उठाया था। छापे की कार्रवाई काफी लंबे समय तक जारी थी।