सागर। एक युवती की मां की कोरोना से मौत हो गई, वहीं उसकी शादी के कार्ड बांटते समय उसके पिता की बदमाशों ने हत्या कर दी। अब गांव वाले उसकी शादी कर रहे हैं। युवती ने बताया कि मैं अपने पिता की इकलौती बेटी थी। वे मुझे बहुत प्यार करते थे। अक्सर कहते थे बेटी तुम्हें बड़े ही धूमधाम से विदा करूंगा। मेरी शादी के कई अरमान उन्होंने देखे थे, लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था। 28 जून को पापा संतोष चढ़ार मेरी शादी के कार्ड बांटने के लिए रिश्तेदार के घर बीना गए थे। शाम को मैंने फोन लाया और बात की तो उन्होंने कहा- बेटा मैं रात 10 बजे तक आ जाऊंगा, लेकिन वह घर नहीं आए और पुलिस का फोन आ गया। पापा की अज्ञात बदमाशों ने हत्या कर दी। पापा के हत्यारों को सख्त सजा होना चाहिए। यह बातें दुल्हन बनी संतोष की बेटी आरती ने कहीं, जिसकी चार दिन पहले बदमाशों ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी। दरअसल, शुक्रवार को आरती चढ़ार निवासी लालेपुर की शादी थी। मां-पिता नहीं होने से परिवार और गांव के लोगों ने आरती की शादी का जिम्मा संभाला। चाचा गणेश ने आरती को संभाला और पूरी कोशिश की कि आरती को माता-पिता की कमी महसूस न हो पाए। चाचा गणेश चढ़ार ने बताया कि दुल्हन आरती की मां क्रांतिबाई कोरोना की पहली लहर में कोरोना संक्रमित हुई थी। सितंबर 2020 में उनकी मौत हो गई थी। इसके बाद पिता संतोष ही बेटी और दो बेटे की देखभाल कर रहे थे। लेकिन शादी के चार दिन पहले अज्ञात बदमाशों ने पिता संतोष का कत्ल कर दिया। आरती के सिर से पिता का भी साया उठ गया। ऐसे में परिवार और गांव के लोगों ने जिम्मेदारी उठाकर बेटी आरती की शादी कर विदा किया।
सागर
मां को कोरोना ने छिना, पिता को बदमाशों ने
- 03 Jul 2021