इंदौर। बाणगंगा थाना क्षेत्र में आने वाले अलवासा गांव स्थित मंदिर में हुई लूट के मामले में पुलिस ने संदिग्ध हिरासत में लिए हैं। सात दिन पहले हुई इस वारदात को पुलिस आपसी विवाद मानकर जांच कर रही है। पुलिस ने बताया कि तीन-चार की संख्या में बदमाशों ने यहां धावा बोला था। वारदात के समय मंदिर के पुजारी को पीटकर बांध दिया था। मंदिर से माताजी का मुकुट, दानपेटी चुरा ले गए थे। देररात 2 से 3 बजे के बीच होने से ग्रामीणों को वारदात का पता अलसुबह लगा था। पुजारी ने पुलिस को बताया कि बदमाश नकाबपोश थे और तीन बाइक पर आए थे। आते ही मारपीट शुरू कर दी। शोर मचाया तो हाथ पैर बांध दिए थे। बदमाशों के जाने के बाद जब मैंने शोर मचाया तो आसपास के ग्रामीण उठे और हाथ पैर खोले।
घटना की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची। मंदिर के आसपास सीसीटीवी फुटेज नहीं होने से बदमाशों का पता नहीं लग पा रहा है। रात होने से पुजारी यह भी नहीं बता पा रहा है कि बदमाश वारदात के बाद किस तरफ भागे थे। नकाबपोश होने से हुलिया भी सामने नहीं आ सका है।
अब तक की जांच में पुलिस को यह पता लगा है कि वारदात में बाहरी गैंग नहीं,बल्कि लोकल बदमाश शामिल हो सकते हैं। सांवेर, उज्जैन, इंदौर में टीमें लगाई गई है, ताकि बदमाशों को शीघ्र पकड़ा जा सके।
इंदौर
मंदिर लूट में संदिग्ध हिरासत में
- 17 Jul 2024