इंदौर। इंदौर रेलवे स्टेशन पर दिव्यांगों के लिए अब तक आनलाइन सिस्टम शुरू नहीं हुआ है, जबकि इस तरह की व्यवस्था पश्चिम रेलवे के मुंबई, अहमदाबाद में चल रही है। इस मामले में जेडआरयूसीसी मेंबर ने पश्चिम रेलवे जीएम को पत्र लिखकर शिकायत की है।
जेडआरयूसीसी सदस्य संजय बाकलीवाल ने बताया कि मुंबई और अहमदाबाद में दिव्यांगों के लिए आनलाइन सिस्टम शुरू किया गया है। इसके लिए पश्चिम रेलवे द्वारा एक साफ्टवेयर भी तैयार करवाया गया है। हालांकि यह सिस्टम इंदौर और रतलाम जैसे शहरों में अभी शुरू नहीं किया है। इससे इन दोनों शहरों के दिव्यांग इससे वंचित है। उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बाकलीवाल ने बताया कि पश्चिम रेलवे के जीएम को पत्र लिखा है। इसमें कहा है कि इंदौर और रतलाम शहर में भी दिव्यांगों के लिए आनलाइन सिस्टम शुरू किया जाए, जिससे न केवल इन दोनों शहरों और आसपास के शहर और गांव के लोगों को भी इसकी सुविधा मिल सकेगी। साथ ही उन्हें परेशानी से भी मुक्ति मिलेगी। जीएम को यह भी बताया गया है कि रतलाम मंडल न केवल पश्चिम रेलवे का एक बड़ा रेल मंडल है, वहीं इंदौर शहर मध्य प्रदेश का महानगर बनता शहर है। साथ ही रेलवे को भी बड़ी मात्रा में राजस्व देने वाला शहर है।
अभी तक दिव्यांगों को पास बनवाने के लिए रतलाम मंडल में रतलाम और इंदौर कार्यालय आना पड़ता है। जहां पर कई तरह की कागजी कार्यवाही करनी होती है। इस साफ्टवेयर में इंदौर और रतलाम जुडऩे से रतलाम मंडल के सभी दिव्यांगों घर बैठे की आनलाइन पास बनवा सकेंगे।
इंदौर
मामला इंदौर रेलवे स्टेशन का ... अब तक शुरू नहीं हुआ दिव्यांगों के लिए आनलाइन सिस्टम
- 08 Mar 2024