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मैं रिटायर नहीं होने वाला- कमलनाथ

  • 14 Dec 2023

अग्नि परीक्षा के लिए तैयार रहना होगा; मंदिर-मस्जिद जाने से बेरोजगारी दूर नहीं होती
छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा, मैं रिटायर नहीं होने वाला। आखिरी सांस तक आपके साथ रहूंगा। आने वाले समय में हमारी असली अग्नि परीक्षा है। हमें इसके लिए तैयार रहना होगा। मंदिर-मस्जिद जाने से बेरोजगारी दूर नहीं होती।
पीसीसी चीफ ने बुधवार को पांढुर्णा और सौंसर में धन्यवाद सभा को संबोधित किया। कमलनाथ ने कहा, ‘छिंदवाड़ा के लिए जवानी समर्पित कर दी। अपना स्वास्थ्य नहीं देखा। अपना जीवन नहीं देखा। दिन-रात नहीं देखा। नतीजा- छिंदवाड़ा को दूसरे जिलों के लोग देखने आते हैं। यह विकास जारी रखना है।’
बता दें कि विधानसभा चुनाव में 163 सीटें जीतकर भाजपा ने बहुमत हासिल किया, लेकिन पार्टी छिंदवाड़ा जिले में कमलनाथ का किला नहीं भेद पाई। यहां कांग्रेस ने सातों सीट पर कब्जा बरकरार रखा है।
बड़ी-बड़ी बातें करेंगे ये लोग
कमलनाथ ने सौंसर में कहा, ‘44 साल पहले मेरे राजनीतिक जीवन की शुरुआत सौंसर से ही हुई थी। तब से हमारा अटूट संबंध है। यह संबंध चुनावी नहीं है। आपकी इसी ताकत ने नया करने की प्रेरणा दी।’ नाथ बोले, ‘अब भाजपा फिर से बड़ी-बड़ी बातें करेगी। सरकार बन गई है। अब देखना बिजली के बढ़े हुए बिल आएंगे। किसानों का शोषण किया जाएगा।‘
भावुक हुए, बोले- उम्मीद है प्यार मिलता रहेगा
पांढुर्णा में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कमलनाथ भावुक हो उठे। उन्होंने कहा, ‘मैं आखिरी सांस तक आपके साथ हूं। मैं छिंदवाड़ा की जनता के साथ खड़ा हूं। उम्मीद है कि जिस तरह से प्यार और विश्वास छिंदवाड़ा से मिला है, आगे भी ऐसे ही मिलता रहेगा। आने वाले समय में हमारी असली अग्नि परीक्षा है, जिसके लिए अभी से तैयार होना होगा।’
कांग्रेस विधायक दल की पहली बैठक में कमलनाथ शामिल नहीं होंगे
मप्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को महज 66 सीटें मिल पाई हैं। ऐसे में कांग्रेस सरकार बनाने से चूक गई। अब कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष के चयन के लिए आज विधायक दल की बैठक बुलाई है। पीसीसी में गुरुवार सुबह विधायक दल की बैठक होगी। इस कमलनाथ शामिल नहीं होंगे। कांग्रेस पदाधिकारी का कहना है कि उनका कार्यक्रम छिंदवाड़ा जिले में पहले से तय है। बैठक में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला, स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भंवर जितेंद्र सिंह, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह शामिल होंगे।
आदिवासी नेता बन सकता है नेता प्रतिपक्ष
बीजेपी ने ओबीसी वर्ग से मुख्यमंत्री बनाने के साथ ही सामान्य और अनुसूचित जाति वर्ग से एक-एक डिप्टी सीएम बनाए हैं। ऐसे में कांग्रेस में आदिवासी विधायक को नेता प्रतिपक्ष की कमान देने पर विचार हो रहा है। हालांकि, कांग्रेस में ओबीसी चेहरे के तौर पर विजयपुर विधायक रामनिवास रावत और ओबीसी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाह के नाम भी चर्चा में हैं। वहीं, संसदीय मामलों में अनुभवी नेताओं के तौर पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष और अमरपाटन से विधायक राजेंद्र कुमार सिंह को लेकर भी अंदरखाने विचार हो रहा है।
आदिवासी नेताओं में इनके नाम शामिल उमंग सिंघार- मप्र की पूर्व डिप्टी सीएम स्वर्गीय जमुना देवी के भतीजे और धार जिले की गंधवानी सीट से चौथी बार के विधायक हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव, एसटी कांग्रेस में राष्ट्रीय सदस्य के साथ ही झारखंड के सहप्रभारी रह चुके हैं।
ओमकार सिंह मरकाम- डिंडोरी से चौथी बार विधायक हैं। कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन कमेटी के सदस्य हैं। अपने क्षेत्र से लेकर भोपाल तक सक्रिय और निर्विवाद छवि है।
बाला बच्चन- कमलनाथ सरकार में गृहमंत्री रहे। छठवीं बार के विधायक हैं। बड़वानी जिले की राजपुर सीट से विधायक बाला बच्चन कमलनाथ के करीबी हैं। कमलनाथ की पसंद का ध्यान रखा गया तो नेता प्रतिपक्ष बनाया जा सकता है।