इंदौर। पहली बात तो यह कि इंदौर में प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों पर सख्ती से रोक लगानी थी लेकिन प्रशासन ने गणेशोत्सव और बाद में दुर्गोत्सव में भी इनका निर्माण नहीं रोका और बाद में विसर्जन के लिए जो व्यवस्थाएं की वह अपर्याप्त होने से लोगों ने गंभीर नदी के किनारे के गांवों में प्रतिमाएं विसर्जित कर दी। कई जगह तालाबों व गंभीर, चंबल नदियों में अब भी प्रतिमाएं तैरती उतराती नजर आ रही है। इंदौर से रिंजलाय होकर बोरसी गांव में गंभीर नदी सबसे ज्यादा प्रदूषित है। यहां पानी पर कचरा तैर रहा है। गांव की कच्ची नालियों का पानी भी गंभीर नदी में मिल रहा है। महिला सरपंच और सरपंच पति में से कोई भी नदी में प्रदूषण रोकने के लिए रोकटोक नहीं करते। पंचायत नालियों के पानी की अलग निकासी की व्यवस्था नहीं कर पाए हैं। सभी गटरों का ढलान गंभीर तरफ कर देने से प्रदूषण दिन दूना बढ़ रहा है। इंदौर के लोग भी पूजा सामग्री से लेकर मूर्तियां बोरसी में विसर्जित करते हैं।
इंदौर
मूर्तिया विसर्जित कर गंभीर नदी को प्रदूषित कर दिया
- 19 Oct 2021