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मुरैना

मुरैना की दो बुजुर्ग महिलाएं 5 जून को अपनाएंगी वैराग्य

  • 22 May 2023

दमोह में मीना जैन व रामकली जैन का होगा दीक्षा कार्यक्रम
मुरैना। अंबाह घर गृहस्थी का त्याग कर जैन समाज मुरैना की दो बुजुर्ग विदुषी महिलाएं मीना जैन और रामकली जैन ने वैभव से वैराग्य, मोह से मोक्ष, संसार से मुक्ति की यात्रा की तरफ कदम बढ़ाए हैं। वे 5 जून को मध्यप्रदेश के दमोह जिले के हथिनी गांव में सांसारिक सुख और मोह माया का त्याग कर जैन धर्म की साध्वी आर्यिका श्री सौम्य नन्दिनी माता जी के सानिध्य में जैनेश्वरी दीक्षा ग्रहण करेंगी।
दीक्षा लेने से पूर्व दीक्षार्थियो की इच्छानुसार उन्हें उनके मनपसंद स्थान पर ले जाना सहित उन्हें हल्दी मेंहदी सहित गोद भराई जैसी अन्य रस्में निभाई जाती हैं। इसी के चलते शनिवार को इन रस्मों की शुरूआत की गई, जिसमें रामकली जैन के परिजनों व्दारा गोद भराई का कार्यक्रम रखा, इसमें परिजनों और रिश्तेदारों ने भावुकता पूर्ण वातावरण में मीना जैन और रामकली जैन की सामूहिक रूप से गोद भराई की। देर शाम तक यह कार्यक्रम जारी रहा, जिसमें समाज के अनेक लोग सम्मिलित हुए। इसके बाद आज अशोक नगर में भी दुबारा उन्हीं रस्मों को निभाया गया, जिसमें दुबारा आज दोनों दीक्षार्थियों की गोद भराई की गई। इसी के साथ ही 31 मई तक कई जगहों पर इन रस्मों को निभाया जाएगा, उसके बाद 5 जून को दोनों दीक्षार्थी दमोह के हथिनी में दीक्षा गृहण कर वैराग्य जीवन में प्रवेश कर लेगी।
मीना जैन और रामकली जैन ने बताया कि मानव जीवन का अंतिम लक्ष्य वैराग्य धारण करके मोक्ष मार्ग का पथिक बनना होता है। प्रत्येक मनुष्य को दुर्लभ बहुमूल्य मानव जन्म प्राप्त करके अपनी शक्ति क्षमता के अनुसार संयम धारण करने का प्रयास करना चाहिए।