इंदौर। यह वाहन चालकों के लिए राहत देने वाली खबर है कि पेट्रोल और डीजल के दाम पिछले 24 दिन से जहां के तहां थमे हैं। पेट्रोल और डीजल के भाव लगातार बढऩे के बाद अंतिम बार 6 अप्रैल को बढ़े थे। इसके बाद कोई बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन उपभोक्ताओं के लिए यह भाव भी जेब पर उतने ही भारी हैं। भाव थमने से अभी तो कोई राहत नहीं दिख रही है। ईंधन की कीमतें पहले ही इतनी बढ़ी हुई हैं कि यह आम आदमी का दम निकालने पर आमादा हैं।
इस समय पेट्रोल 118.18 रुपये प्रति लीटर तो डीजल 101.22 रुपये लीटर पर है। शहर के बाहर तो पेट्रोल 119 और डीजल 102 रुपये प्रति लीटर तक भी मिल रहा है। कुछ समय पहले यह दाम 100 रुपये के अंदर थे। देश में उत्तरप्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले तक ईंधन की कीमतें नियंत्रण में रही। पर जैसे ही चुनाव हुए पेट्रोल और डीजल के दामों को पंख लग गए। कुछ ही दिन में पेट्रोल और डीजल 11-11 रुपये प्रति लीटर तक महंगे हो गए। अब तक सस्ते ईंधन के रूप में सीएनजी को गिना जाता था लेकिन वह भी दिनोदिन महंगी हो रही है। एक महीने के भीतर ही सीएनजी भी नौ रुपये प्रति किलो महंगी हो गई। मार्च में जो सीएनजी 77 रुपये किलो थी, वह 86 रुपये प्रति किलो हो गई है।
ईंधन के बढ़ते दाम ने आम आदमी के बजट को बहुत गड़बड़ा दिया है। सामान्य व्यक्ति जो अपने दैनिक कार्यों के लिए दो पहिया वाहन में एक दिन में करीब एक लीटर पेट्रोल का उपयोग करता था, उसका खर्च बढ़ गया है।
अन्नपूर्णा क्षेत्र के विनय गुप्ता का कहना है कि ईंधन की कीमतें इतनी भारी पडऩे लगी हैं कि अब बहुत जरूरी होने पर ही घर से वाहन बाहर निकालता हूं। पेट्रोल की कीमत इतनी बढ़ चुकी है कि जेब सहन नहीं कर पा रहा है। मल्हारगंज निवासी प्रकाश जैन का कहना है कि डीजल की बढ़ती कीमत ने उपभोक्ता वस्तुओं का परिवहन बहुत महंगा कर दिया है। ट्रांसपोर्ट व्यवसायी राजेश कुशवाह का कहना है कि हम चाहते हुए भी माल भाड़े को नियंत्रित नहीं कर पा रहे हैं। इसमें हमारा कोई दोष नहीं है। डीजल के रेट ही इतने हो गए हैं कि भाड़ा बढ़ाना मजबूरी हो गया है।
इंदौर
मिल रही राहत- पेट्रोल और डीजल के दाम जहां के तहां, सीएनजी भी थमी
- 29 Apr 2022