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मुरैना

मिलावटी तेल का कारोबार तेजी पर

  • 31 Jul 2021

मुरैना। जिले की तेल मिल में मिलावट का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है। मिल मालिक केन्द्र सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को भी ताक पर रखे हुए हैं। इनके द्वारा लगातार मिलावट की जा रही है। जून माह में जिला के खाद्य विभाग ने जोर-शोर से कार्रवाई की तथा दो दर्जन से अधिक तेल मिल के नमूने भरे, इसके बावजूद तेल मिल मालिक मिलावट के इस कारोबार को लगातार अंजाम दे रहे हैं।
यहां बता दें कि, केन्द्र सरकार के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट ने सरसों के तेल में किसी भी प्रकार की मिलावट पर पाबंदी लगा दी है। यहां तक कि सरकार ने 8 जून से कई तेल मिल के ब्लेडेड (मिश्रित)ऑयल के लाइसेंस रद्द कर दिए थे। जब तेल व्यापारियों ने इसका विरोध किया तथा सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया तो 30 सितंबर तक लाइसेंस निरस्त करने की अवधि बढ़ा दी। गौर तलब है कि, ब्लेडेड लाइसेंस की आढ़ में तेल मिल व्यापारी सरसों के तेल में सोयाबीन, राइस ब्रान व पॉम ऑयल आदि तेल की मिलावट के साथ-साथ केमिकल का उपयोग भी करते हैं।
13 नमूने जांच में फेल
जानकारी के अनुसार जिले के खाद्य विभाग ने जून माह में तेल मिल व्यापारियों के 26 नमूने भरे थे। इनमें से रिपोर्ट आने पर 13 मिल के नमूने जांच में फेल पाए गए हैं। जिन तेल का नमूने लिए थे उनमें ब्रांडेड पैक ऑयल से लेकर खुले में बेचने वाला तेल भी शामिल है। जिन मिल मालिकों के नमूने फेल पाए गए हैं, वे अब अपने आपको बचाने के लिए दोबारानमूने की जांच के लिए गुहार लगा रहे हैं। दूसरी तरफ खाद्य विभाग उनके खिलाफ प्रकरण तैयार कर कार्रवाई के लिए लगा हुआ है।