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इंदौर

मिलावट पर सख्ती- जांच के लिए बाजारों में उतरी मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब

  • 09 Nov 2023

 मिर्च और हल्दी पाउडर से लेकर कई तरह की मिलावट पकड़ाई
इंदौर। शहर में शुद्ध खानपान की स्थिति को जांचने के लिए लाई गई चलित मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब (एमएफटीएल) का फायदा इस बार त्योहारी सीजन में मिल रहा है। इस टेस्टिंग लैब को इंदौर में तीन वर्ष पूर्व लाया गया था। इस लैब में पानी समेत 102 तरह के खाद्य पदार्थों या पेय पदार्थों में मिलावट की जरा भी आशंका होने पर यह लैब तुरंत वहां पहुंचकर मात्र 10 रुपए में जांच कर रिजल्ट देती है।
शुरुआती समय में तो यह लैब खूब दौड़ी, लेकिन पिछले कुछ समय से चलित लैब की रफ्तार पर ब्रेक लग गया था। हाल ही में खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने एक बार फिर से लैब को दौड़ाया है। इसमें शहर में बिकने वाले रंगयुक्त खाद्य पदार्थ जैसे दूध, मिर्च, हल्दी, सौंफ आदि की जांच की जा रही है। जांच में रंग मिलने पर हाथोहाथ खाद्य पदार्थों को जब्त किया जा रहा है। साथ ही सैपल लेकर विधिवत जांच के लिए भोपाल स्थित खाद्य प्रयोगशाला भेजे जा रहे हैं।
अब तक लिए छह हजार से ज्यादा सैंपल
इंदौर को यह लैब सितंबर 2020 में मिली थी। इंदौर पहुंचने के बाद इस लैब को पूरे शहर समेत आसपास के जिलों में भी पहुंचाया गया। साथ ही यह लैब सालभर लगातार अलग-अलग जगहों पर जाकर शुद्ध खानपान का परीक्षण करती है। पिछले तीन वर्ष में छह हजार यानी सालभर में करीब दो हजार सैंपलों की जांच की गई। अगस्त से अब 376 सैंपलों की जांच लैब में हुई, इनमें चार सैंपल फेल निकले।
जांच में 97.5 प्रतिशत सैंपल पास
उक्त मोबाइल लैब में जांच के लिए कुल पांच हजार से ज्यादा सैंपलों में से अब तक 200 से ज्यादा सैंपल फेल निकले हैं। यानी जांच में करीब 97.5 प्रतिशत सैंपल पास हुए हैं। हालांकि विभाग खुद ही इस मोबाइल लैब में जांचे गए सैंपलों की रिपोर्ट को प्रामाणिक नहीं मानता, इसलिए फेल हुए सैंपलों को जांच के लिए फिर से लेकर मुख्य जांच लैब भेजा जाता है।