मान मन्नतों का दौर भी जारी, समर्थकों को ज्यादा चिंता
इंदौर। मतगणना के लिए उलटी गिनती शुरू होने के साथ ही अब चुनाव मैदान में उतरे उम्मीदवारों और राजनीति पार्टियों के नेताओं की नींद उड़ रही है। इनकी नींद उड़ने का कारण जहां अपनी-अपनी हार-जीत की टेंशन है, वहीं टीवी चैनलों और समाचार पत्रों के एक्जिट पोल की रिपोर्ट भी है। इन एक्जिट पोल में कहीं भाजपा तो कहीं पर कांग्रेस को आगे बताया जा रहा है, हालांकि यह स्पष्ट तो 3 दिसंबर के दिन मतगणना के बाद ही हो पाएगा, लेकिन अभी तो इन पोल को देखकर उम्मीदवार और पार्टियों के नेता अपनी जीत-हार के गुणा भाग लगाने में जुट गए हैं। वहीं मतगणना के कुछ घंटों पहले तो मंदिरों और देवस्थानों सहित तमाम धार्मिक स्थलों पर मान-मन्नतों का दौर भी चल रहा है। वहीं नेताओं के समर्थकों को ज्यादा चिंता सता रही है, क्योंकि उनके नेता की जीत पर ही उनका पांच साल का भविष्य टिका हुआ है।
विधानसभा चुनाव में जनादेश किसे दिया है, काउन डाउन शुरू हो चुका है, घंटों बाद नया जनप्रतिनिधि का ताज किसके सिर पर सामने होगा इसे लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। इधर चौक - चौराहों व सार्वजनिक स्थानों पर प्रमुख दलों के साथ ही नेताओं सहित अन्य ने भले ही खामोशी अखित्यार कर ली है, लेकिन लोगों के बीच इंदौर के सभी विधानसभा क्षेत्र के साथ ही प्रदेश यहां तक राजस्थान, छग, तेलांगना, मिजोरम को लेकर पक्ष - विपक्ष जारी है। अब अनेक राष्ट्रीय व प्रादेशिक चैनल अपने अपने एग्जिट पोल और समीकरण के साथ ही विशलेषकों की बात सामने रख रहे हैं। इधर भावी विधायकों के साथ ही समर्थकों का देव दर्शन के बाद अपने अपने स्तर पर एक बार फिर जीत - हार का गुणा भाग व मान मन्नत का दौर शुरू हो गया है। प्रदेश की कुछ सीटों और इंदौर की दो सीटों क्रमश: देपालपुर व महू में मामला त्रिकोणिय होने के कारण प्रमुख दल का आंकलन और अंदरूनी पड़ताल आदि को लेकर बहुत कुछ कहा जा रहा है। हालांकि अधिकांश प्रत्याशी अपनी खास मंडल के बीच ही जीत के गुणा - भाग से अपने आप को संतुष्ठ कर रहे हैं, इसी बीच चर्चाओं का दौर भी जारी है कि आखिर जनादेश किसे मिलेगा और किसे नहीं, यह तो रविवार को भी साफ हो सकेगा।
पुराने - सक्रिय
एक समय विकासखंड के विभिन्न क्षेत्रों में अवैध शराब, सट्टा, जुआं, नशा आदि को लेकर खासी हलचल रही है, खासकर दशक भर में ऐसे तत्वों पर ना सिर्फ नकेल कसी गई, बल्कि वे अघोषित तौर पर क्षेत्र बदर, इधर अनेक बाहर का बोल जिम्मेदारों को अंधेरे में रख अब यही जादूगरी कर रहे हैं तो अनेक पुराने फिर सक्रिय हो गए है। सूत्रों के अनुसार पुराने अवैध शराब कारोबारी फिर सिर उठाने लगे है, तो गांजा - भांग के साथ ही अवांछित नशा कारोबार स जुड़े नए पुराने चेहरों पर अब सख्त निगाहबानी की दरकार है। वहीं पुराने आंकड़ेबाज व हर बाल पर खेल के लिए जाने जाने वाले उमेश बावड़ी, संजय बंशी, गोलू गोपी, सुभाष रंगवाला आदि भी शायद जिम्मेदारों की आंखों में धूल झोंक अपनी कारस्तानी कर रहे है। वहीं मदन -राधेश्याम सेठ का परिवार अब अरबों का दंभ भर अपने गुर्गो के माध्यम से हवाला आदि कनेक्शन शायद प्रवर्तन निदेशालय, आयकर सहित अन्य एंजेसियों के लिए जांच पड़ताल का विषय है। जबकि इस अवैध कारोबार की दुनिया का बेताज सतीश व अंकित रंगवाला, मनीष लंगड़ा, पवन गुरुदेव, जयंती मामा आदि को लेकर हैरान कर देने वाली चर्चाएं हैं। जानकारों का मानना है सभी को अंधेरे में रख पुराने कई अवैध कारोबार परदे के पीछे से सक्रिय हो गए है, और भी बहुत कुछ संवेदनशीलता के साथ विराम।
विजयवर्गीय-पटवारी-सिलावट की सीटों पर 23-23 राउंड होंगे
विधानसभा चुनाव के काउंटिंग डे (3 दिसंबर) पर इंदौर की नौ सीटों को रिजल्ट जल्दी से जल्दी घोषित करने की तैयारी है। अमूमन 14-14 काउंटिंग टेबलों पर गिनती होते आई लेकिन इस बार प्रशासन ने प्लान बदला है। जिन सीटों पर मतदान केंद्र ज्यादा होने से रिजल्ट लेट होने की संभावना है, वहां टेबलें बढ़ाई जा रही हैं। सबसे ज्यादा 21 काउंटिंग टेबलें इंदौर-2 में लगाई जाएंगी। उसके बाद सबसे ज्यादा वोटर वाली इंदौर-5 सीट पर 20 टेबलों पर गिनती होगी। बावजूद, रिजल्ट सबसे पहले इंदौर-3 का आएगा क्योंकि यहां वोटर्स की संख्या सबसे कम है।
5 नंबर विधानसभा में 20 टेबल पर मतगणना
इंदौर के चुनाव अधिकारी और कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी. ने बताया डाक मतपत्रों और इवीएम में बंद वोटों की गिनती के काम में तेजी लाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। टेबलों की संख्या 14 से बढ़ाने के लिए भेजा जा चुका है। उन्होंने बताया इंदौर-5 में इस बार 20 टेबल लगाकर मतगणना की जाएगी। इससे गिनती जल्दी ही पूरी हो जाएगी। सूत्रों का कहना है कि इंदौर-5 के अलावा अन्य कुछ विधानसभाओं में भी चुनाव आयोग टेबल बढ़ा सकता है। इस पर विचार किया जा रहा है। इंदौर की हाइप्रोफाइल सीटों में शामिल इंदौर-1, राऊ और सांवेर में सबसे ज्यादा 23-23 राउंड होंगे। यानी इनका रिजल्ट सबसे आखिरी में आएगा। इधर, हमेशा की तरह सबसे पहले रिजल्ट इंदौर-3 का आ जाएगा, जिसके सिर्फ 14 राउंड होने हैं।
900 अधिकारी और कर्मचारी करेंगे मतगणना, मतगणना की होगी रिकॉर्डिंग
कलेक्टर के निर्देश पर मतगणना दलों में नियुक्त सभी अधिकारी-कर्मचारी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। प्रशिक्षण कार्यक्रम में मतगणना सुपर वाइजर, मतगणना सहायक और माइक्रो आॅब्जर्वर को प्रशिक्षित किया गया था। जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक मतगणना में 900 अधिकारी- कर्मचारियों की ड्यूटी लगेगी। 700 से ज्यादा कर्मचारी मतगणना में शामिल होंगे, वहीं 200 कर्मचारी रिजर्व में रहेंगे। वहीं डाक मतपत्र में भी ईवीएम की तरह ही सर्टिफिकेट जारी होंगे। इसके लिए सभी दलों को प्रमाणित फोटो कॉपी भी दी जाएगी। पूरी मतगणना की रिकॉर्डिंग भी होगी।
इंदौर
मतगणना के पहले उड़ी नेताओं की नींद ... चल रहा हार-जीत का गुणा - भाग
- 01 Dec 2023