भिंड। महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना में पंचायत के कर्मचारी ही पलीता लगाने में जुटे हुए हैं। एक ओर तो इस योजना में ज्यादातर श्रमिकों के बजाए मशीनों से काम कराया जाता है। वहीं दूसरी ओर मजदूरों के नाम पर फर्जी भुगतान निकाला जा रहा है। इसी तरह का एक मामला मेहगांव जनपद की नीमगांव पंचायत का सामने आया है। जहां मनरेगा की मजदूरी प्राप्त करने वाले दो लोगों ने साफ कहा है कि जब उन्होंने मजदूरी की ही नहीं तो उन्हें पैसे क्यों दिए जा रहे हैं। ग्रामीण ये पैसे लौटाना चाहते हैं। इस बात की शिकायत उन्होंने जनपद पंचायत कार्यालय में भी की है। बताया जा रहा है कि नीमगांव में आठ महीने पहले तालाब बनवाए गए। इन तालाबों में मजदूरों से काम न कराकर मशीनों से खुदवाए गए। इसके बाद स्थानीय मजदूरों के खाते में पैसा डाले गए। जब गांव के मजदूरों ने देखा कि उन्होंने काम नहीं किया तो इस बात की शिकायत उन्होंने ब्लॉक स्तर पर की। जब उनकी सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी के दफ्तर में पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। लेकिन अब तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
भिण्ड
मनरेगा में धांधली
- 14 Jul 2021