रायसेन। रविवार को राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा दो पालियों में आयोजित हुई। इस परीक्षा के लिए जिला मुख्यालय पर बनाए गए। सात केंद्रों पर 1823 परीक्षार्थी दर्ज थे। इस दौरान सभी परीक्षार्थियों की जांच करने के बाद ही परीक्षा कक्ष में प्रवेश दिया गया। महिला अभ्यर्थियों के गले से ताबीज बालों में बांधने वाले वक्कल, क्लचर उतरवा लिया गया। वहीं पुरुष परीक्षार्थियों को भी इस जांच से गुजरना पड़ा उन्हें बेल्ट, जूते, मोजे उतारकर ही प्रवेश दिया गया।
दो पालियों में आयोजित हुई परीक्षा
दो पालियों में हुए प्रश्र-पत्र परीक्षा का पहला चरण सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक हुआ। जबकि दूसरी पाली में दोपहर 2 बजकर 15 बजे से 4 बजकर 15 बजे तक हुई। परीक्षा शुरू होते ही कलेक्टर अरविंद कुमार दुबे, एडीएम अभिषेक दुबे, पुलिस अधीक्षक विकास कुमार शहवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश कुमार, तहसीलदार सरोज अग्निबंशी, ने केंद्रों का निरीक्षण किया और व्यवस्थाएं देखी।
विचाराधीन बंदी ने भी अधिकारी बनने दी परीक्षा
राज्य सेवा और वन सेवा की प्रारंभिक परीक्षा में एक विचाराधीन बंदी भी शामिल हुआ। इस बंदी ने शहर के प्रेसीडेंसी कॉलेज में बनाए गए परीक्षा केंद्र पर परीक्षा दी। यह परीक्षा देने के लिए विचाराधीन बंदी बृजेंद्र मालवीय ने कोर्ट से अनुमति ली थी। कोर्ट के निर्देश पर जेल प्रशासन ने उसे परीक्षा देने के लिए परीक्षा केंद्र पहुंचाया। विचाराधीन बंदी के साथ एक चार का गॉर्ड आया था। जो परीक्षा शुरू होने से लेकर समाप्ति तक उसके साथ रहा। परीक्षा करवाने के बाद एक-चार का गार्ड उसे वापस जेल लेकर पहुंचा। हथकड़ी पहने ही विचाराधीन बंदी ने अपनी परीक्षा दी। इस विचाराधीन बंदी को हत्या के मामले में इटारसी से यहां पर परीक्षा दिलवाने के लिए लाया गया था।
रायसेन
मप्र पीएससी प्रीलिम्स परीक्षा - 1823 परीक्षार्थियों में 446 रहे अनुपस्थित, विचाराधीन बंदी भी हुआ शामिल
- 18 Dec 2023