छात्रों को राजवाड़ा व शिव विलास पैलेस के इतिहास की दी जानकारी
इंदौर। रविवार को स्मार्ट सिटी द्वारा आयोजित हेरिटेज वाक में मालव कन्या स्कूल के 30 विद्यार्थी और उनके शिक्षक शामिल हुए। सीपी शेखर नगर से शुरू हुई हेरिटज वाक में सबसे पहले वहां मौजूद इतिहास की जानकारी दी गई।
शवार्णी ने बताया छात्रों ने बताया होलकर शासक मल्हाराव होलकर तृतीय पानीपत के युद्ध में शामिल हुए थे। उन्होंने उस समय धन की कमी को दूर करने के लिए पानीपत में अपनी छावनी में चांदी के नए तरह के सिक्के गढ़े थे। इंदौर शहर में भी एक मल्हागंज में एक टकसाल होलकर राज्य थी जिसमें सिक्के गढ़े जाते थे। छात्रों ने सीपी शेखर में होलकर रियासत के सिक्कों पर बना म्युरल देखा। इसके अलावा छात्रों ने वहां पर राजवाड़ा की एक विशेष पेटिंग का म्युरल देखा।
इसके बाद छात्रों ने पंढरीनाथ मंदिर और इंद्रेश्वर मंदिर पहुंचकर वहां का इतिहास जाना। जब छात्र इमली साहब गुरुद्वारे पर पहुंचे तो उन्हें गुरुनानक देव इंदौर यात्रा की कहानी के अलावा मालवा के प्राचीन पेड़-पौधों के बारे में बताया है। छात्रों को बताया कि शहर में पलासिया क्षेत्र का नामकरण यहां पर पलास के पेड़ ज्यादा संख्या में होने के कारण पड़ा था। इसके बाद छात्र राजवाड़ा के पास बनी स्टेट बैंक आफ इंडिया की शाखा पर पहुंचे तो उन्हें इंदौर के आर्थिक विकास की जानकारी दी गई। इसके बाद छात्र राजवाड़ा परिसर व शिव विलास पैलेस को देखने पहुंचे तो उन्हें राजवाड़ा और अहिल्याबाई होलकर के इतिहास की जानकारी दी गई और यशवंतराव होलकर व अंग्रेजों के बीच हुए संघर्ष के बारे में बताया।
इंदौर
मल्हारराव होलकर ने पानीपत के तीसरे युद्ध में गढ़वाए थे चांदी के सिक्के
- 08 Nov 2021