उज्जैन। महाकाल की नगरी में आस्था का सैलाब,तपती दोपहरी में गठरी लादे 5 दिन पैदल चलेंगे लाखों भक्त...उज्जैन में प्रतिवर्ष होने वाली पंचकोशी यात्रा 15 अप्रैल से शुरू होकर 20 अप्रैल को समापन होगा। प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी एक दिन पहले ही श्रद्धालु पटनी बाजार स्थित नागचंद्रेश्वर मंदिर पहुंचे । यहां से पूजन अर्चन कर कुछ लोग तो दोपहर 12 बजे तक पहले पड़ाव पर भी पहुंच गए हैं।
पंचकोशी यात्रा वैशाख महीने की कृष्ण दशमी से प्रारम्भ होकर अमावस्या को समापन तक होती है। प्रशासन द्वारा यात्रा मार्ग व पड़ाव, उप पड़ाव स्थलों का निरीक्षण कर संबंधित विभागों के जिला अधिकारियों को पंचकोशी यात्रियों के लिये मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
इधर, भीषण गर्मी में 118 किमी की पैदल यात्रा शुक्रवार से ही शुरू हो गई, जबकि इसे विधिवत शनिवार से प्रारम्भ होना है। यात्रा में प्रदेश भर के श्रद्धालु शामिल होंगे। सिर पर खाने और पीने के सामान की गठरी और भजन मंडली के साथ यात्रा में करीब 2 लाख लोग पहुचेंगे। अलग-अलग दिन पांच पड़ाव पर रहकर आराधना करते दाल बाटी का आनंद लेते हुए यात्रा उज्जैन आकर समाप्त होगी। खास है कि यात्रा में बच्चे बुजुर्ग महिला पुरुष सभी शामिल होते हैं। 118 किमी तक पैदल ही चलते हैं।
नारियल चढ़ाकर लिया बल-
यात्रा के लिए एक दिन पहले से ही श्रद्धालुओं का कारवां अल सुबह से नागचंद्रेश्वर मंदिर में नारियल चढ़ाकर बल लेने पंहुचा था। मान्यता है कि इस मंदिर में दर्शन मात्र से श्रद्धालु को 118 किमी तपती गर्मी में पैदल चलने का बल मिलता है। यात्रा के समापन में अमावस्या पर सभी लोग दोबारा दर्शन कर बल लौटाने आते हैं।
यात्रा में आने वाले पड़ाव और मंदिर-
यात्रा में मुख्य पड़ाव पूर्व द्वार पर पिंगलेश्वर माना जाता है। पंचक्रोशी यात्रा का यह पहला पड़ाव है। पंचक्रोशी यात्रा में पिंग्लेश्वर ,करोहन,नलवा,अम्बोदिया,केडी पैलेस, जेथल और उडासा पड़ाव होंगे। कुल पांच पड़ाव और दो उप पड़ाव में श्रद्धालु आराम कर सकेंगे। पांच दिवस की पंचकोशी यात्रा का पुण्यफल अवंति में वास में करने का अधिक है। इसके साथ ही प्रमुख मंदिरों में 1. पिंगलेश्वर, 2 कायावरोहणेश्वर, 3. विल्वेश्वर, 4. दुर्धरेश्वर, 5. नीलकंठेश्वर हैं। यहाँ पर भगवान के पूजन अर्चन कर श्रद्धालु भगवान से आशीर्वाद लेते हैं।
उज्जैन
महाकाल की नगरी में आस्था का सैलाब, तपती दोपहरी में गठरी लादे 5 दिन पैदल चलेंगे लाखों भक्त
- 15 Apr 2023