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उज्जैन

महाकाल के मुख्य पुजारी आज अयोध्या जाएंगे

  • 19 Jan 2024

पं. घनश्याम शर्मा बोले-शंख अर्पित करूंगा, इसी से भगवान राम का पूजन-स्नान होगा
उज्जैन। उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य पुजारी पं. घनश्याम शर्मा आज शाम अयोध्या के लिए रवाना होंगे। इंदौर से आ रहे विशेष रथनुमा वाहन से वे अयोध्या जाएंगे। उन्हें तीन दिन पहले सोमवार को ही रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आमंत्रण मिला। वे अपने साथ महाकाल मंदिर से भस्म, शंख और चांदी के बिल्व पत्र लेकर जाएंगे। पूजन की यह सामग्री राम मंदिर में अर्पित करेंगे।
पं. घनश्याम शर्मा ने कहा, ह्ययह सौभाग्य की बात है कि अयोध्या में भगवान के विराजित होने के अवसर पर हमें उपस्थित होने के लिए आमंत्रण पत्र मिला है। भगवान महाकाल के चरणों में अर्पित करने के बाद चांदी के बिल्व पत्र और शंख ले जा रहे हैं। शंख से भगवान राम का पूजन-स्नान होगा।ह्ण
उन्होंने कहा, ह्यभगवान विष्णु को शंख, चक्र, गदा, पदम प्रिय हैं। भगवान विष्णु का स्नान और पूजन शंख से होता है। भगवान शिव को त्रिशूल प्रिय है। भगवान शिव का स्नान-पूजन चांदी के पात्र से किया जाता है।ह्ण
श्री महाकालेश्वर मंदिर से अयोध्या के लिए पांच लाख लड्डू प्रसादी भी भेजी जा रही है। यह प्रसादी प्राण-प्रतिष्ठा वाले दिन वितरित की जाएगी।
महासंघ ने लिखा था पत्र- प्रसिद्ध मंदिरों के पुजारियों को बुलाएं
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आमंत्रण नहीं मिलने पर अखिल भारतीय पुजारी महासंघ की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा गया था। 9 जनवरी को लिखे गए पत्र में कहा गया था कि प्राण प्रतिष्ठा में देश के संतों, महंतों, पीठाधीश्वर और धमार्चार्यों समेत 4 हजार लोगों को आमंत्रित किया गया है। ऐसे में देश के प्रसिद्ध मंदिरों के पुजारियों को भी आमंत्रित करना चाहिए।
अखिल भारतीय पुजारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और महाकाल मंदिर के वरिष्ठ पुजारी महेश शर्मा ने प्रधानमंत्री के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को पत्र लिखकर यह अनुरोध किया था।