उज्जैन। गुरूवार को भी कोटा से महाकाल दर्शन करने आए छात्र की शिप्रा नदी में डूबने से मौत हो गई। मृतक अपने दो दोस्तों के साथ मंदिर दर्शन करने आया था। सुबह स्नान करते समय उसका पैर फिसल गया और वह गहरे पानी मे चला गया जिससे उसकी मौत हो गई।
शिप्रा नदी में इस महीने डूबने से अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी हैं। गुरूवार को हुए एक हादसे में फिर एक युवक की जान चली गई। कोटा के रहने वाले तीन दोस्त संत मीणा,अर्जुन प्रजापति और 12 वीं कक्षा का छात्र गौरव सेन महाकालेश्वर मंदिर दर्शन के लिए उज्जैन आए थे। सुबह दर्शन से पहले तीनों दोस्त शिप्रा नदी के रामघाट पर स्नान के लिए पहुंचे। यहाँ पर तीनों रस्सी पकड़ कर डुबकी लगा रहे थे। इस दौरान गौरव का पैर फिसलने से वो गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। दोस्त को डूबता देख दोनों दोस्तों ने उसे सहारा दिया लेकिन वो दोनों को भी अंदर खींचने लगा,जिससे डर कर दोनों दोस्त तो बाहर आ गए लेकिन गौरव बाहर नहीं आ सका ओर उसकी डूबने से मौत हो गई। संत मीणा ने बताया कि जब दोस्त डूब रहा था करीब 50 लोग हमें देख रहे थे लेकिन कोई बचाने नहीं आया। बुधवार को भी एक गोताखोर की डूबने से मौत हो गई थी। उल्लेखनीय है कि शिप्रा में लगातार हादसे हो रहे हंै और प्रशासनिक अधिकारी नींद निकाल रहे है। नदी के घाट पर फिसलन हो रही है,रेलिंग नहीं है एम्बूलेंस भी सही समय पर नहीं मिलती है। जब तक प्रशासन जागेगा नहीं तो शिप्रा में हो रहे ये हादसे कैसे रोके जाएंगे। जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर जानकारी दी जाती है कि शिप्रा नदी के घाटों पर होमगार्ड के जवान श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए तैनात रहते हैं, लेकिन इन हादसों को देखते हुए लगता नहीं है कि वहॉं पर कोई भी जवान मुस्तैदी के कार्य कर रहा है।
उज्जैन
महाकाल दर्शन करने आए कोटा के छात्र की डूबने से मौत
- 23 Jun 2023