Highlights

उज्जैन

महाकालेश्वर मंदिर में तैयार लड्डू प्रसादी अयोध्या रवाना

  • 20 Jan 2024

सीएम डॉ. यादव बोले- उज्जैन-अयोध्या का संबंध 2000 साल पुराना; निमंत्रण ठुकराने वाले अभागे
उज्जैन। उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर के 5 लाख लड्डुओं की प्रसादी सीएम डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को अयोध्या भेजी। उन्होंने लड्डू प्रसादी के पांच कंटेनरों से भोपाल के मानस भवन से भगवा झंडी दिखाई। ये कंटेनर श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति ने गुरुवार देर रात भोपाल भेजे थे। ये लडडू प्रसादी 22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में वितरित की जाएगी। सीएम ने रामगोपाल सोनी की किताब अयोध्या का विमोचन भी किया
सीएम ने कहा, जब भी घर से निकलें तो ओम नम: शिवाय का स्मरण करें तो काम पूरे होते हैं। ये प्रसादी भगवान राम के यहां जा रही है। उज्जैन और अयोध्या का संबंध दो हजार साल पुराना है। मुझे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ जी ने बताया था कि ये भौगोलिक स्वरूप विक्रमादित्य के काल से है। ये मंदिर सम्राट विक्रमादित्य द्वारा बनवाया गया है। ऐसे उज्जैन और अयोध्या का संबंध बनाने का काम किया गया था। 500 साल के संघर्ष के बाद मंदिर बन रहा है।
सीएम डॉ. यादव ने कहा, पीएम मोदी जी ने कहा कि अयोध्या एक साथ नहीं आना है, लेकिन जब हमारे प्रदेश का नंबर आएगा तो हम जाणता राजा महानाट्य का मंचन करते हुए अयोध्या जाएंगे।
बोले- निमंत्रण ठुकराते हैं, भगवान सद्बुद्धि दें
सीएम ने अयोध्या का निमंत्रण अस्वीकार करने वालों के लिए कहा- 500 साल बाद भगवान राम अपने गर्भगृह में पधार रहे हैं। वे कई संघर्षों के दौर से गुजरे हैं। आज कई आत्माएं ढूंढती हैं उनको। भगवान सद्बुद्धि प्रदान करें। मंदिर बनाने वाले मंदिर बना रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा कराने वाले प्राण प्रतिष्ठा करा रहे हैं। इनको प्रेम से निमंत्रण दो तो उसे भी ठुकराते हैं। ऐसे अभागे कौन हो सकते हैं। एक बड़े दल का नेतृत्व करते हैं। भगवान उनको सद्बुद्धि दे। हो सकता है 22 तारीख तक सद्बुद्धि आ जाए।
कड़ी सुरक्षा में अयोध्या तक पहुंचेंगे कंटेनर
समिति द्वारा अयोध्या भेजे जाने वाले 5 लाख लड्डू प्रसाद के कंटेनर कड़ी सुरक्षा में अयोध्या तक पहुंचेंगे। पूरी तरह से कवर्ड कंटेनरों में ताला लगाया गया है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की देखरेख में मंदिर के कुछ कर्मचारियों को इन कंटेनरों के साथ जाएंगे। प्रसाद के सभी पैकेट अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण समिति को सौंपे जाएंगे।